अब आया लिप पासवर्ड, जानें कैसे अनलॉक होगा आपका स्मार्टफोन
एचकेबीयू के जानकारों ने एक नई तकनीक ईजाद की है, जिसे 'लिप मोशन पासवर्ड' कहते हैं। यह सिस्टम किसी व्यक्ति के लिप मोशन्स का उपयोग कर पासवर्ड तैयार करता हैं
नई दिल्ली। बायोमेट्रिक डाटा जैसे फिंगरप्रिंट का उपयोग मोबाइल को अनलाॅक करने, इमिग्रेशन और कस्टम्स काउंटर पर पहचान सत्यापित करने के लिए दुनिया भर में उपयोग किया जाता है। इसकी व्यापक एप्लीकेशन के बावजूद, कोई भी फिंगरप्रिंट का स्कैन नहीं बदल सकता। एक बार स्कैन चुरा लिया जाए या हैक कर लिया जाए, तो इसके ओनर खुद के फिंगरप्रिंट्स नहीं बदल सकते हैं। इसके लिए उन्हें अन्य सिक्योरिटी सिस्टम पर जाना होगा। यह देखते हुए, एचकेबीयू के जानकारों ने एक नई तकनीक ईजाद की है, जिसे 'लिप मोशन पासवर्ड' कहते हैं। यह सिस्टम किसी व्यक्ति के लिप मोशन्स का उपयोग कर पासवर्ड तैयार करता हैं।
यह सिस्टम लिप मूवमेंट के साथ पासवर्ड कंटेंट को मैच कर व्यक्ति की पहचान सत्यापित करता है। कोई भी पासवर्ड बोलते हुए यूजर का लिप मूवमेंट मिमिक नहीं कर सकता है, जो कि कभी भी बदला जा सकता है। शोध के प्रभारी एचकेबीयू के कम्प्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर चेंग यी-मिंग ने कहा कि नई तकनीक पारंपरिक सिक्योरिटी एक्सेस कंट्रोल मैथड्स की तुलना में कई फायदे हैं।
लिप मोशन्स की विशेषताएं मिमिक्री को मौका नहीं देती है, इसलिए लिप पासवर्ड को स्पीकर वेरिफिकेशन के लिए अकेले इस्तेमाल किया जा सकता है। यह यूजर द्वारा बोले गए गलत पासवर्ड या किसी फर्जी व्यक्ति द्वारा बोले गए सही पासवर्ड को रिजेक्ट करता है। लिप मोशन और पासवर्ड कंटेंट का संयोजन सुनिश्चित करता है कि इसका एक्सेस कंट्रोल दोगुना सुरक्षित है। इसमें कोई भाषा की सीमा नहीं है। दूसरे शब्दों में किसी भी देश से कोई व्यक्ति लिप पासवर्ड वैरिफिकेशन सिस्टम यूज कर सकता है।
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