यहां भूत-प्रेत बढ़ा रहे हैं पर्यटन
अमेरिका के राज्य फ्लोरिडा के एक समुदाय कासाडागा टाउन के बारे में प्रचलित है कि यहां रहने वाली आधी आबादी भूत-प्रेम से बातें करती हैं।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Thu, 21 Jul 2016 12:58 PM (IST)
अमेरिका के राज्य फ्लोरिडा के एक समुदाय कासाडागा टाउन को पूरी दुनिया में 'साइकिक कैपिटल' के नाम से जाना जाता है। यह डेटाना और ऑरलैंडो के पीछे सुनसान जंगलों में बसी एक ऐसी रिहाइश है, जहां पर आपको ज्यादातर झाड़ फूंक से इलाज करने वाले, गुनिया और ओझा रहते हैं और यहां के सुनसान स्थान पर अपनी तंत्र-मंत्र साधना करते रहते हैं। इस शहर के बारे में प्रचलित है कि यहां रहने वाली आधी आबादी भूत-प्रेम से बातें करती हैं।
वेबदुनिया के अनुसार सन् 1875 में न्यूयॉर्क के आध्यात्मिक गुरु जॉर्ज कॉल्बी ने इस शहर को बसाया था। कॉल्बी को स्प्रिचुअलिस्ट कैम्प, कासाडागा को न्यूयॉर्क निवासी और अमेरिका के मूल निवासियों के गुरु सेनेका ने स्थापित करने के लिए प्रेरित किया था। वे 1875 में मध्य फ्लोरिडा के इस बियावान जंगल में पहुंचे थे।
सेनेका की भविष्यवाणी के अनुसार कॉल्बी ने यहां आकर 1894 में सदर्न कासाडागा स्प्रिचुअलिस्ट कैम्प मीटिंग एसोसिएशन का चार्टर तैयार कर पास कराया था और उन्हें सरकार से 35 एकड़ जमीन मिली थी लेकिन कुछ दशकों के बाद ही यह कैम्प पर 57 एकड़ तक फैल गया। पढ़ें: इन खतरनाक जगहों के लिए भी जाना जाता है भारत
परामनोवैज्ञानिकों का कहना है कि मनुष्य की मृत्यु के बाद भी व्यक्ति का कुछ अशरीरी अस्तित्व बचा रहता है और अगर प्रयास किया जाए तो कोई भी? किसी भी मृत व्यक्ति से संपर्क साध सकता है। इसी आधार पर यहां की आधी से ज्यादा आबादी इस बात का दावा करती है कि उनमें ऐसी शक्ति मौजूद है, जिसके वे एक माध्यम बनकर या अन्य तरीकों से दिवंगत व्यक्ति की आत्मा से संपर्क कर सकते है। कासाडागा में 100 से अधिक स्प्रिचुअल हीलर्स हैं, जो कि मृत आत्माओं से संपर्क कर देने का दावा करते हैं। इस कारण से यहां हर साल सैकड़ों लोग दूर-दूर से बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। पढ़ें: अगर आप अंधविश्वासी नहीं हैं तो ये जगहें आपको जरूर करेंगी आकर्षितयहां के स्प्रिचुअल हीलर्स टैरो कार्ड्स और हस्तरेखाओं को पढ़कर भी आत्माओं से संपर्क करने का दावा करते है। अनुमान के मुताबिक यहां हर साल करीब 15 हजार लोग आते हैं और यही आना जाना कासाडागा टाउन की अर्थव्यवस्था का आधार भी है।पढ़ें: तो इस वीकेंड दिल्ली का कौन-सा Haunted Place देखना चाहेंगे आप