क्या फिर कभी देख पाएंगे ऐसी खूबसूरत मछलियां?
भोपाल। राजभवन के पास स्थित मछली घर में रखीं रंग बिरंगी मछलियों को लेकर लोगों की दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को 750 से अधिक लोग मछलियां देखने पहुंचे। इनमें अधिकतर बच्चे थे। आठ दिन बाद मछली घर बंद हो रहा है। यही
By Babita KashyapEdited By: Updated: Tue, 24 Mar 2015 11:47 AM (IST)
भोपाल। राजभवन के पास स्थित मछली घर में रखीं रंग बिरंगी मछलियों को लेकर लोगों की दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को 750 से अधिक लोग मछलियां देखने पहुंचे। इनमें अधिकतर बच्चे थे। आठ दिन बाद मछली घर बंद हो रहा है। यही वजह है कि ब़$डी संख्या में लोग मछलियां देखने पहुंच रहे हैं। एक्वेरियम में अठखेलियां करती रंग--बिरंगी मछलियों को कभी लोग अपने मोबाइल के कैमरे में कैद करते तो कभी अपने बच्चों को मछलियों के बारे में बताते रहे। यहां आए लोगों का कहना था कि पता नहीं फिर कभी ऐसी खूबसूरत मछलियां देख पाएंगे या नहीं।
वहीं, सभी अपने--अपने तरीके से मछलीघर प्रबंधन के अधिकारियों व कर्मचारियों से कहते नजर आए कि इसे बंद नहीं होना चाहिए। जब उन्हें बताया गया कि यह सरकार का फैसला है तो वे बोले-- सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए। गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने 1 अप्रैल से मछली घर को बंद करने के आदेश दिया है। इसकी जमीन और भवन को पर्यटन विकास निगम को सौंप दी गई है। यहां पांच सितारा होटल बनाने की योजना है। इसके विरोध में गत शुक्रवार को जवाहर भवन परिसर में नागरिकों व बच्चों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया था। अब ब़$डे प्रदर्शन की तैयारी चल रही है।
गेट के सामने करेंगे प्रदर्शन पूर्व पाषर्षद तस्लीम वाहीद लश्करी का कहना है कि मछलीघर भोपाल की एक पहचान है। इसका नाम वल्र्ड लेवल तक है। इसे ता़ेडने और बेचने से बचाएंगे। मात्र पांच पए में मछलियों का संसार देखना सबके लिए अद्भुत अहसास है। इसे ता़ेडने या बंद करने के फैसले से शहर के लोग दुखी हैं। सरकार के निर्णय के विरोध में जल्द ही मछलीघर के गेट के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।