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एक्सप्रेस ट्रेन के दैनिक यात्रियों को रेड सिगनल

अलीगढ़: मोदी सरकार ने दैनिक यात्रियों के एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करने पर रोक लगा दी है। अब मनमाफिक

By Edited By: Published: Sat, 30 May 2015 01:42 AM (IST)Updated: Sat, 30 May 2015 01:42 AM (IST)

अलीगढ़: मोदी सरकार ने दैनिक यात्रियों के एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करने पर रोक लगा दी है। अब मनमाफिक ट्रेन में एमएसटी धारक सफर नहीं कर सकेंगे। अलीगढ़ से एमएसटी धारकों के लिए दिल्ली भी दूर हो गई है। रेलवे ने 13 मई को जारी आदेश में दो ट्रेनों से हाथरस से खुर्जा व एक टूंडला से दनकौर तक जाने की ही छूट दी है। प्रतिबंध के बावजूद यात्रा करने पर जुर्माना भी ठोंका जा सकता है।

2000 यात्रियों को झटका

अलीगढ़ से रोजाना 2000 दैनिक यात्री मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का भरपूर लाभ उठाते हैं। दरअसल, रेलवे ने अभी तक 150 किमी. तक किसी भी मेल या एक्सप्रेस ट्रेन के सामान्य कोच में सफर की छूट दे रखी थी। अब यह छूट छीन ली गई है। अब किसी भी मेल-एक्सप्रेस में एमएसटी धारक को बैठना भारी पड़ सकता है। रेलवे ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। कुछ ट्रेनों में एमएसटी धारकों को यात्रा की छूट दी गई है, उनमें इलाहाबाद मंडल की 18, आगरा मंडल की 44 और झांसी मंडल की 77 एक्सप्रेस-मेल गाड़ियां हैं। अलीगढ़ के यात्री सिर्फ तीन ट्रेनों का ही लाभ उठा सकेंगे। इलाहाबाद मंडल की 18 ट्रेनों में से छह ही यहां से गुजरती हैं। इनमें भी ठहराव सिर्फ चार का ही है। इनसे दिल्ली नहीं जा सकते। मेरठ से इलाहाबाद के बीच चलने वाली संगम एक्सप्रेस में अलीगढ़ जंक्शन से एमएसटी नहीं बनती। मूरी व महानंदा एक्सप्रेस से सिर्फ हाथरस से खुर्जा जंक्शन तक ही सफर कर सकेंगे। तीसरी ट्रेन कोलकाता-आनंद विहार एक्सप्रेस है, जो कि एमएसटी धारकों को टूंडला से दनकौर तक ही ले जाएगी।

दूरी का प्रतिबंध

ट्रेन में दूरी को लेकर पहले से ही कई प्रतिबंध हैं। मसलन, नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (400 किमी), नीलांचल एक्सप्रेस (160 किमी), वैशाली एक्सप्रेस (160 किमी), पूर्वा एक्सप्रेस (480 किमी), कालका (200 किमी) ऐसी ही ट्रेनें हैं।

इनका कहना है

अब किसी भी एक्सप्रेस या मेल ट्रेन में दैनिक यात्री नहीं बैठ सकेंगे। इसके लिए कुछ गाड़ियां चिह्नित की गई हैं। उन्हीं में यात्रा की छूट है। इसकी सूची मंडल यातायात प्रबंधकों को भेज दी गई है।

- राजेश कुमार, उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक।

मुसाफिरों के बोल

नौकरी-पेशा लोग आए दिन दिल्ली जाते हैं। बाकायदा एमएसटी भी बनवा रखा है। इस पर रोक का फैसला गलत और अव्यवहारिक है।

मनोज अग्रवाल, कारोबारी।

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रेलवे ने दैनिक यात्रियों के साथ घनघोर अन्याय किया है। इसका विरोध करेंगे। दिल्ली तक कारोबार के लिए आम ट्रेनों से नहीं आ-जा सकते।

- विकास उर्फ विक्की, कारोबारी।

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