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नक्सलियों के बढ़ते प्रभाव से डरा रेलवे

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : रेलवे प्रशासन नक्सलियों के बढ़ते आतंक से डर गया है। यही कारण है कि मंडली

By Edited By: Updated: Fri, 03 Oct 2014 01:46 AM (IST)
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जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : रेलवे प्रशासन नक्सलियों के बढ़ते आतंक से डर गया है। यही कारण है कि मंडलीय रेल प्रशासन ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर नक्सलियों से मुकाबले के लिए तीन कंपनी आरपीएसएफ (रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स) मांगी है। ये कंपनियां नक्सलियों के प्रभाव वाले इलाकों समेत सर्वाधिक चेन पुलिंग वाले रेल खंड पर ट्रेनों में तैनात की जाएंगी।

इलाहाबाद रेलवे डिवीजन का कुछ खंड नक्सल प्रभावित इलाके में पड़ता है। इसमें चुनार-चोपन रूट शामिल है। यहां नक्सलियों के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मंडलीय रेल प्रशासन डरा हुआ है। उनके प्रभाव वाले इलाकों में पटरियों के उखाड़े जाने एवं विस्फोट की घटनाएं होती रहती हैं। इसलिए मंडलीय रेलवे प्रशासन की ओर से उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को चिट्ठी लिखकर आरपीएसएफ की तीन कंपनियां उपलब्ध कराने की मांग की है। जिन्हें चुनार-चोपन रूट से गुजरने वाली ट्रेनों में लगाया जा सके। यात्रियों, रेलवे ट्रैक व के सामानों पर नजर रखी जा सके। नक्सलियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी। रेल अफसरों के मुताबिक एक कंपनी आरपीएसएफ उक्त रेलखंड पर तैनात की जाएगी।

सर्वाधिक चेनपुलिंग वाले रेलखंड पर तैनात की जाएंगी दो कंपनियां

उत्तर मध्य रेलवे का इलाहाबाद रेल डिवीजन गाजियाबाद से मुगलसराय तक विस्तारित है। इसमें सबसे ज्यादा ट्रेनों का आवागमन होता है। अफसरों की माने तो मालगाडि़यां और सवारी गाड़ियों को मिलाकर इस रेल पथ का डेढ़ सौ फीसद से अधिक उपयोग हो रहा है। इसके चलते ट्रेनें विलंबित भी होती रहती हैं। इनके अलावा ट्रेनों में चेन पुलिंग से आवागमन बाधित होता है। यह भी ट्रेनों के लेट होने का एक बड़ा कारण है। चेन पुलिंग को लेकर मंडल में दो रेल खंड चिह्नित किए गए हैं। इनमें दादरी-अलीगढ़-टूंडला, इलाहाबाद-मिर्जापुर टै्रक शामिल हैं। दादरी-टूंडला रेलखंड में दुधिए चेन पुलिंग करते हैं तो इलाहाबाद-मिर्जापुर रेलखंड में छात्रों द्वारा यह कार्य किया जाता है। मुख्यालय से मिलने वाली आरपीएसएफ की अन्य दो कंपनियों को इन रेलखंडों पर ही तैनात किया जाएगा। इससे चेनपुलिंग की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा।

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विभिन्न गतिविधियों वाले तीन रेल खंड चिह्नित किए हैं। इन पर समस्या कम करने के लिए जीएम उत्तर मध्य रेलवे को पत्र लिखा गया है। इसमें आरपीएसएफ की तीन कंपनियां मांगी गई हैं।

-वीके त्रिपाठी, मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद।

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