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हर शहर को बरेली से मिलेगी ट्रेन

By Edited By: Published: Fri, 04 Apr 2014 09:00 PM (IST)Updated: Fri, 04 Apr 2014 09:00 PM (IST)

जागरण संवाददाता, बरेली: दिल्ली-लखनऊ के बीच स्थित बरेली से हर शहर को जल्द ट्रेन मिलेगी। इसके लिए प्रयास किए गए थे, जो फलीभूत होने को हैं। यह बात एनईआर के जीएम केके अटल ने डीजल शेड के सिल्वर जुबली समारोह में शुक्रवार दोपहर पत्रकारों से कही। पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) जीएम ने कहा कि उत्तराखंड से चलने वाली हर ट्रेन को बरेली से ही गुजारा जाएगा। इसके साथ ही बरेली-कासगंज बड़ी लाइन (ब्रॉडगेज) का काम लगभग पूरा हो चुका। इसका मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) से मई के प्रथम सप्ताह तक निरीक्षण कराने के बाद मई के अंतिम सप्ताह में बरेली से कासगंज और दक्षिण भारत का रेल सफर शुरू किया जाएगा। इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। रेलवे बोर्ड के सदस्य (यांत्रिक) आलोक जौहरी ने डीजल शेड के 25 वर्ष सफलता पूर्वक पूरा करने पर बधाई देने के बाद भारतीय रेल में प्रथम स्थान पर होने की बात कही। अफसर-कर्मचारियों की तारीफ कर 75 हजार रुपये देने का एलान किया, तो वहीं जीएम ने डीजल शेड कर्मियों को पचास हजार रुपये देने की घोषणा कर हाई हॉर्स पॉवर लोकोमोटिव के अनुरक्षण के बोर्ड से चुने जाने पर खुशी जताई। डीआरएम चंद्र मोहन जिंदल ने बताया कि सात नवंबर 1988 को गोंडा शेड से आठ वाइडीएम-फोर लोको आने के साथ इज्जतनगर डीजल शेड की शुरुआत हुई थी। मगर अब 75 बीजी लोको अनुरक्षण की क्षमता हो चुकी है। कार्य निदेशक यात्री विपणन विवेक कुमार, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर गौरव कुमार सिंह ने भी डीजल शेड की उपलब्धियां गिनाई।

इस मौके पर सीएमएस डा.एमपी रावल, मनोज विश्वास, आशीष भाटिया, नीरज शर्मा आरके झा, अरविंद शर्मा, अजय वर्मा, एमके सिंह, डीकेएस चौहान समेत तमाम प्रमुख लोग मौजूद थे।

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जल्द पूरी होंगी नरमू की मांगें

एनई मजदूर यूनियन के मंडल मंत्री बसंत चतुर्वेदी के नेतृत्व में एक टीम रेलवे बोर्ड मेंबर आलोक जौहरी से मिली और मांग पत्र सौंपा। इसके अलावा एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के पदाधिकारियों ने भी कर्मचारियों से संबंधित समस्याओं का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मुकेश सक्सेना, विवेक मिश्रा, सुबोध दुबे, गुलाम मुस्तफा, सुरेंद्र सिंह मलिक, नीरज सिंह चौहान, एके सिंह समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद थे।

डीजल शेड की हरियाली को सराहा

रेलवे बोर्ड सदस्य यांत्रिक आलोक जौहरी ने डीजल शेड की हरियाली को काफी सराहा। उन्होंने कहा कि इतनी हरियाली किसी भी रेलवे संस्थान में नहीं मिली।


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