किरणों की बौछार दीवाली होती है..
जागरण संवाददाता, बरेली: शहर में अर्बन हॉट में चल रहे गांधी शिल्प बाजार में बृहस्पतिवार को विराट कवि सम्मेलन हुआ। इसमें बाहर से आए हुए कवियों ने कविता पाठ कर श्रोताओं को आनंदित किया। इसमें महंगाई से लेकर दीपावली के त्योहार पर भी कवियों ने कविता पाठ किया।
कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे रोहित राकेश ने कहा कि किरणों की बौछार दीवाली होती है, खुशियों का संसार दीवाली होती है, भूखे हैं जो यार, दीवाली क्या जाने, पैसे हो जब यार, दीवाली होती है कविता पाठ कर गरीबी पर करारा प्रहार किया। पंतनगर से आए मोहन मुंतजिर ने रूका तो कैदी ए गागर बन जाएगा, बहता जा कतरे सागर, बन जाएगा शेर पढ़कर महफिल में वाह वाही बटोरी। देश के विकास की बात करते हुए आनंद गौतम ने कहा कि उलझे हुए प्रश्नों का समाधान करे हम, आओ मिलकर देश का उत्थान करे। इससे उन्होंने सभी श्रोताओं को झकझोर दिया। इसमें बहजोई से आए सौरभकांत शर्मा, चंदौसी से अतुल मिश्रा, शहर से नगमा बरेलवी ने भी कविता पाठ किया। पूरे दिन अर्बन हॉट में लोगों की आवाजाही बनी रही। शाम को एकाएक लोगों की भीड़ बढ़ी, जो मेला चलने तक लगातार बनी रही।
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