आप नेता विश्वास के खिलाफ मुकदमा
By Edited By: Updated: Wed, 15 Jan 2014 01:54 AM (IST)
जागरण संवाददाता, बरेली : आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। नरेंद्र मोदी को लेकर दिए बयान का विवाद अभी शांत नहीं हुआ था, अब इमाम हुसैन पर टिप्पणी को लेकर भूचाल उठ खड़ा हुआ है। यह टिप्पणी उन्होंने कभी कवि सम्मेलन के दौरान की थी, जिसे शायद वह भूल भी चुके हैं। तब विरोध हुआ था तो माफी भी मांग ली। लखनऊ में शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद से मिलने उनके घर भी गए थे लेकिन मुलाकात नहीं हुई। इतना सब करने के बाद भी उनका पीछा नहीं छूट रहा। मंगलवार को इस मामले में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुआ और कोतवाली में धार्मिक भावनाएं भड़काने के साथ आइटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया।
ऑल इंडिया जनसेवा कमेटी ने विश्वास को सजा दिलाने का बीड़ा उठाया है। मंगलवार को कमेटी के अध्यक्ष नदीम कुरैशी की अगुवाई में दो दर्जन युवा कुमार टाकीज पर इकट्ठा हुए। यहां से कुमार विश्वास के खिलाफ जुलूस निकाला। नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुंचे। बाहर ही एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा से मुलाकात की। उन्हें पूरा प्रकरण बताया। बाद में कोतवाली में तहरीर दी, जिसे पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए धारा 295 ए और 66 आइटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। रिपोर्ट में वादी कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि आप नेता ने इमाम हुसैन की शान में जो कहा, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। चेतावनी दी कि जब तक उन्हें कानून के जरिये सजा नहीं दिला देते, कार्रवाई जारी रखेंगे। विरोध प्रदर्शन में यासीन कुरैशी, मोहसिन खां, राशिद चौधरी, नसीम कुरैशी, सैयद असद, बिलाल कुरैशी, पप्पू पहलवान, मुजम्मिल कुरैशी, निसार अहमद, मुहम्मद अहमद, मुहम्मद सलीम इत्यादि शामिल रहे। बता दें कि इस मामले में कुमार विश्वास के खिलाफ पहले लखनऊ और बाद में जब अमेठी गए तो वहां भी प्रदर्शन हुआ था। उन पर एफआइआर दर्ज कराने के लिए सुबूत बतौर पुलिस को क्लिपिंग भी दी गई है। इसमें उन्हें किसी सम्मेलन के दौरान लखनऊ में मोहर्रम पर निकाले जाने वाले जुलूस को लेकर किस्सा सुनाते दिखाया गया है। इसे लेकर उन्होंने अमेठी में कहा भी था, जाने-अनजाने में भूल हुई हो और किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो उसके लिए माफी मांगते हैं।
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