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ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा पुख्ता करने की कवायद

By Edited By: Updated: Sun, 27 Oct 2013 08:01 PM (IST)
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निज प्रतिनिधि, एटा: कासगंज-बरेली पैसेंजर ट्रेन में एस्कॉर्ट ड्यूटी पर तैनात जवान की हत्या से हिली जीआरपी अब ट्रेनों की सुरक्षा पुख्ता करने जा रही है। अब ज्यादा अपराध वाले जिलों में ट्रेन के गुजरने के दौरान हर कोच में आधुनिक हथियारों से लैस चार जवानों की तैनाती की जाएगी। इन्हें विशेष परिस्थितियों में ही कोच से उतरने की अनुमति होगी। हाल में प्रदेश में लचर सुरक्षा व्यवस्था के चलते चार जीआरपी जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।

दरअसल, पैसेंजर ट्रेन में हुई सिपाही की हत्या में बड़ी चूक सामने आई। आइजी जोन को सार्वजनिक तौर पर कहना पड़ा कि मामले में लापरवाही रही। लापरवाही का एक प्रमुख कारण यह भी है कि जीआरपी में सिविल पुलिस से ही जवान भेजे जाते हैं। इनमें से अधिकांश की उम्र चालीस से ऊपर होती है। अब 30 से 32 वर्ष आयु और साफ-सुथरी छवि वाले जवान ही एस्कॉर्ट में रखे जाएंगे। विवादित सिपाही कतई नहीं रहेंगे। सीओ व थानाध्यक्ष जवानों का परीक्षण करेंगे। 25 अक्टूबर को जारी सर्कुलर में जीआरपी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कई नए निर्देश दिए हैं। अगर इन पर अक्षरश: अमल हुआ, तो आने वाले समय में जीआरपी का चेहरा बदल सकता है।

ऐसे जिलों को जीआरपी संवेदनशील श्रेणी में रखेगी, जहां संगीन अपराध ज्यादा होते हैं तथा घटनाओं में लोकल बदमाशों का हाथ रहता है। जीआरपी ने आगे चलकर ट्रेनों में सीसी टीवी कैमरे लगाने की योजना भी बनाई है। ट्रेनों में अपराध करने वालों की सूची भी तैयार की जा रही है। अपराधियों का मनोबल तोड़ने को एसपी जीआरपी के नेतृत्व में अभियान चलेगा। वहीं सीओ अपने सर्किल के थानाध्यक्षों की कार्यशैली का आकलन करेंगे। जीआरपी अधिकारियों की मंशा है कि इससे रेल में सफर कर रहे यात्रियों को बेहतर सुरक्षा मिलेगी। वहीं आम लोगों में इस बल की छवि भी सुधरेगी।

जीआरपी मुरादाबाद के एसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि पुलिस कर्मियों को इंसास रायफलें दी जा रहीं हैं। ट्रेनों में सादा वर्दी में पिस्टलधारी जवान अलग से रहेंगे। अतिशीघ्र ही नई व्यवस्थायें देखने को मिलेंगी।

15 दिन में पूरी करनी होगी जांच

रेल सफर के दौरान कहीं जीआरपी जवानों द्वारा मारपीट, अवैध वसूली और लूटपाट की भी शिकायतें मिलती हैं। अब ऐसे जवानों की छटनी होगी। शिकायत पाए जाने पर जांच होगी, जो 15 दिन में पूरी करनी होगी, ताकि शीघ्र दंडित किया जा सके।

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