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इटावा में फिलहाल नहीं बढ़ेंगी ट्रेन सुविधाएं

By Edited By: Published: Mon, 10 Feb 2014 01:01 AM (IST)Updated: Mon, 10 Feb 2014 01:02 AM (IST)

-डीआरएम ने नहीं की कोई घोषणा

इटावा, जागरण संवाददाता : लगता है कि लोगों को रेलवे की वर्तमान व्यवस्थाओं से ही संतोष करना पड़ेगा। अन्य सुविधाओं तथा ट्रेनों के ठहराव की बात करना अभी बेमानी है।

डीआरएम विनय कुमार त्रिपाठी के निरीक्षण के पश्चात कांग्रेस नेताओं और पत्रकारों को जिस अंदाज में जवाब दिए उसे यही प्रतीत होता है कि हाल-फिलहाल सुविधाओं और जनता से जुड़ी अन्य ट्रेनों के ठहराव मुश्किल ही हैं। इस स्टेशन पर करीब दस हजार यात्री आवागमन करते हैं। लाइन पार क्षेत्र में आधे से अधिक आबादी हो गई है। इसके तहत सुलभ शौचालय, लाइन पार प्रतीक्षालय और टिकट बुकिंग कार्यालय, प्लेटफार्मो पर कोच इंडीगेटर तथा डिस्प्ले, पूछताछ केंद्र की दोनो ओर खिड़की, आम जनता से जुड़ी आधा दर्जन ट्रेनों में इलाहाबाद-मथुरा एक्सप्रेस, जियारत, अजीमाबाद, रीवा, ओखा गोहाटी के ठहराव कराने की मांग धर्म प्रेमी और व्यापारी वर्ग अर्से से कर रहा है। डीआरएम श्री त्रिपाठी ने इस संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बल्कि रेलवे में बजट और स्टाफ का अभाव बताकर पल्ला झाड़ लिया। मरहम बतौर स्टेशन अधीक्षक को स्टेशन का मालिक बताकर प्रिंटर दुरुस्त कराने तथा अन्य सुविधाओं को दुरुस्त रखने का निर्देश तथा निकट भविष्य में लाइन पार क्षेत्र चार जेटीएस यानी निजी रेलवे टिकट एजेंसी खुलने की बात कहकर चल दिए।

कांग्रेस ने सौंपे ज्ञापन

जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल यादव, वाचस्पति दुबे, पल्लव दुबे ज्ञानेंद्र दुबे समेत करीब एक दर्जन कांग्रेसियों ने डीआरएम को ज्ञापन सौंपे। एक ज्ञापन कुलियों की समस्याओं से संबंधित था। कुली घर और नये कुलियों को ड्रेस न मिलने की ओर ध्यान दिलाया गया। दूसरे ज्ञापन में ट्रेनों के ठहराव, फर्रुखाबाद रेलवे क्रासिंग पर अंडरब्रिज का निर्माण कराने की मांग प्रमुख थी।

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