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अटल का सपना पूरा, आगरा-इटावा रेलवे ट्रैक तैयार

इटावा, जागरण संवाददाता : एक दशक पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने अपने पैतृक गांव बट

By Edited By: Updated: Thu, 19 Feb 2015 01:24 AM (IST)
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इटावा, जागरण संवाददाता : एक दशक पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने अपने पैतृक गांव बटेश्वर को रेलवे ट्रैक से जोड़ने के लिए आगरा, बाह, बटेश्वर उदी से इटावा तक रेल सेवा शुरू करने का सपना संजोया था। आधारशिला रखने के पश्चात निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ लेकिन कई किसानों द्वारा भूमि न दिए जाने से निर्माण कार्य अटक गया था। मोदी सरकार ने अपने राजनैतिक गुरू का सपना पूरा करने के लिए इस और विशेष तवज्जो दी तो चार माह पूर्व सभी किसानों ने भूमि प्रदान कर दी। रेलवे निर्माण के अफसरों ने तेजी से निर्माण कार्य शुरू कराकर इसे पूरा करा दिया। आगामी माह मार्च में मुख्य संरक्षा आयुक्त इस ट्रैक का निरीक्षण करेंगे तत्पश्चात इस सेवा को शुरू किया जायेगा।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई का पैतृक गांव बटेश्वर भगवान भोलेनाथ का सिद्ध मंदिर होने से अध्यात्म के क्षेत्र में काफी प्रसिद्ध है, हर साल कार्तिक मास में विशाल पशु मेला लगता है। आगरा से बाह जेतपुर के मध्य गांव बटेश्वर श्री बाजपेई की जन्मभूमि होने से भी ख्याति प्राप्त है। करीब एक दशक पूर्व 2004 में इस परियोजना की आधारशिला रख दी गई। शुरूआत में निर्माण कार्य तेजी से चला, फतेहाबाद, बाह, जैतपुर, उदी सहित 11 स्टेशन तथा ब्लाक हट का निर्माण कराया गया। एक साल बाद बाजपेई सरकार अपदस्थ हो जाने के बाद निर्माण कार्य की गति काफी धीमी हो गई। जैतपुर बाह के मध्य गांव गोपालपुर व अन्य कई गांवों के किसानों ने मुआवजा अधिक लेने के तहत भूमि प्रदान नहीं की इससे करीब उक्त क्षेत्र में करीब आधा किमी की दूरी में रेलवे ट्रैक का निर्माण न हो सका जबकि बीते साल तक अन्य अधिकतर निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए गए। बीते मई माह में देश में मोदी सरकार गठित होने पर इस परियोजना की ओर विशेष ध्यान दिया गया। इससे चार माह पूर्व रेलवे के वरिष्ठ अफसरों ने भूमि न देने वाले किसानों को राजी करके भूमि खरीद ली। इसके पश्चात फिर से तेजी से निर्माण कार्य शुरू किया गया। अधिशाषी अभियंता निर्माण मोहम्मद रिहान ने टीम के साथ निरंतर तेजी से कार्य कराकर निर्धारित समय माह फरवरी में आगरा से इटावा तक रेलवे ट्रैक व अन्य सभी कार्य पूर्ण करा दिए। ट्रैक टेप¨रग मशीन के माध्यम से ट्रैक का गहन निरीक्षण करके उसे निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियरों ने ओके कर दिया।

सीआरएस को रिपोर्ट प्रेषित

नई रेल परियोजना पूर्ण होने पर मुख्य संरक्षा आयुक्त उक्त ट्रैक तथा अन्य निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते है, उनकी अनुमति मिलने पर ही ट्रेनों का संचालन होता है। आगरा, बाह से उदी होते हुए इटावा रेलवे ट्रैक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, अन्य कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। सीआरएस को रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई है मार्च माह में उनके निरीक्षण की संभावना है।

- नवीन बाबू मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद।