उसे सजा दिलाकर मुझे इंसाफ दिला दो
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद
मैं अनाथ हूं और हालात से मजबूर.. मेरे माता-पिता मेरे साथ नहीं हैं। मैं बिल्कुल अकेली हूं, मैंने मेहनत कर एमए किया और जीविकोपार्जन के लिए नौकरी करनी शुरू की। इस बीच मेरी जिंदगी में संदीप नामक युवक आया। मुझे लगा कि मैं इसके साथ अपना पूरा जीवन गुजार सकती हूं। हम दोनों ने हर मोड़ पर एक दूसरे का साथ दिया। करीब सात साल तक हमारे प्रेम संबंध चले। अपने संबंधों को आधार देने के लिए मैंने संदीप से विवाह के लिए जब कहा तो वह जल्द ही मुझसे शादी करेगा, ऐसा कहकर टालता रहा। मैं उसकी नीयत समझ न सकी। इस दौरान मैं गर्भवती हो गई, तब मैंने संदीप से शादी करने के लिए कहा तो उसने फिर वही कहा कि जल्द ही शादी करेगा और यह कहकर उसने मेरा गर्भपात करा दिया। मैं बुरी तरह से टूट गई। मुझे लगा वह अपनी मजबूरियों के कारण ऐसा करने पर मजबूर हुआ। हमारी जिंदगी फिर से पटरी पर आ ही रही थी कि मैं पुन: गर्भवती हो गई। मैंने फिर उससे कहा कि अब तो मुझसे शादी कर लो, लेकिन उसने फिर एक बहाना बनाया और मेरा गर्भपात करा दिया। मैंने उसके झूठे वादों पर दो बार अपने बच्चे खो दिए। मैं उससे शादी के लिए लगातार कहती रही और वो लगातार टालता रहा। एक दिन मैं बिना बताए उसके घर जा पहुंची तो देखा वहां हिंदू देवी-देवता की कोई तस्वीर, कोई मूर्ति नहीं थी, बस दीवार पर मीनार, चांद-तारे की तस्वीर थी और उर्दू में कुछ लिखा था। मैं कुछ समझ नहीं पाई। मैंने जब उससे दबाव देकर पूछा तो उसने बताया कि वह मुसलमान है लेकिन उसके मुस्लिम होने से हमारे रिश्ते में कोई फर्क नहीं आना चाहिए। तुम अपना धर्म बदल लो और मुसलमान बन जाओ, इसके बाद हम शादी कर लेंगे। मैंने अपना धर्म बदलने से इन्कार कर दिया। तब उसने और उसके चाचा ने मेरे साथ मारपीट की और जबरन मेरा धर्म बदलवाने के लिए मजबूर किया। हालात, प्यार और उस इंसान से धोखा खाकर जिस पर मैं खुद से ज्यादा विश्वास करती थी, मैं बिल्कुल टूट चुकी थी। मुझे लगा मैंने अपना सब खो दिया और मेरे पास अपना अब कुछ नहंी है। फिर भी हिम्मत न हारकर मैंने दिल्ली में पुलिस को फोन लगाया, पुलिस में उसकी शिकायत की लेकिन पुलिस ने भी मेरा साथ नहीं दिया। वह उसे सजा देने की बजाए मुझ पर समझौता करने पर दबाव बनाने लगी। मैंने कहा, मुझे समझौता नहीं ,न्याय चाहिए ताकि आज जो इसने मेरे साथ किया है, वैसा ये किसी के साथ न कर सके। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया मगर वो जमानत पाकर खुला घूम रहा है। न जाने कितनी मासूम लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका होगा और मैं उसे सजा दिलाने, न्याय पाने, खुद अपनी नजरों में खोई इज्जत को फिर से पाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ रही हूं। जहां भी शिकायत लेकर जाती हूं, मुझे अपनी व्यथा सुनाने के लिए शर्म का पर्दा उतारना पड़ता हैं। मुझे इंसाफ चाहिए। उसे सजा दिलाकर मुझे इंसाफ दिला दो।
ये कोई कहानी नहीं है बल्कि दिल्ली की एक युवती की आप बीती है जिसने प्यार के नाम पर अपना सब कुछ लुटा दिया और बदले में उसे मिला सिर्फ धोखा। गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर में आयोजित पत्रकार वार्ता में दिल्ली के जगत पुरी में रहने वाली ब्राह्मण युवती ने अपनी व्यथा सुनाई कि किस प्रकार वह मुसलमान युवक के चंगुल में फंस कर अपना सब कुछ लुटा बैठी।
-लव जिहाद के खिलाफ 23 को करेंगे प्रदर्शन -
देश में लव जिहाद के नाम पर हिंदू युवतियों को बहलाया फुसलाया जा रहा है। हिंदू संगठन इस साजिश का विरोध करेंगे। यदि शीघ्र ही लव जिहाद पर कोई कानून नहीं बनाया गया तो सभी हिंदू संगठन आंदोलन करने को बाध्य होंगे। यूनाईटेड हिंद फ्रंट के महासचिव एवं राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने युवती की मौजूदगी में प्रेस वार्ता में ऐसा ऐलान किया। लव जिहाद के खिलाफ 23 सितंबर को जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि यदि अब भी हम लव जिहाद पर न चेते तो न जाने कितनी मासूम लड़कियों की आबरू लुट जाएगी। इस मौके पर देवेंद्र सिंह महेश आहूजा, मंजीत, सांवरा राम मौजूद थे।