UP में मुस्लिम महिला शबनम बन गई दामिनी, बेटे का नाम रखा ओम
हिंदू धर्म अपनाने वाली शबनम का कहना है-'मैं अब शबनम नहीं दामिनी बनकर मुस्लिम समाज में व्याप्त कुरीतियों के बारे जीवन समर्पित कर दूंगी।
गाजियाबाद (जेएनएन)। 'तीन तलाक, इद्दत व शरीयत के कानून का डर दिखाकर मुस्लिम समाज में महिलाओं पर अत्याचार किया जाता है। मैंने दस साल तक यह जुल्म सहा है। मैंने दस महीने की बेटी को आंखों के सामने मरते हुए देखा है। मैं तिल-तिल कर रोज मरती रही। मैं अब शबनम नहीं दामिनी बनकर मुस्लिम समाज में व्याप्त कुरीतियों के बारे जीवन समर्पित कर दूंगी।' यह बातें पत्रकारों से वार्ता के दौरान हिंदू धर्म अपनाने वाली महिला ने कहीं।
दामिनी ने बताया कि पति द्वारा तीन तलाक देने के बाद चार माह इद्दत में बिताए। उसके बाद दूसरे मर्द के साथ हलाला के नाम पर वेश्यावृति कराई। हर बात पर पिटाई और गालियों की बौछार सहना मेरी नियति बन गई थी। अब मैं उससे आजाद हूं। मैं समाज में नरक भोग रही ऐसी महिलाओं के लिए लड़ूंगी।
दामिनी ने अपने ऊपर हुए एक-एक अत्याचार की कहानी बताई। उसने बताया कि जब वह 8वीं में थी, तभी रिश्ते के एक युवक से उसका निकाह करा दिया गया। इसके बाद जल्दी जल्दी बच्चे पैदा करने के लिए कहा गया। दस साल में ही चार बच्चे हो गए।
पहली बेटी को 2007 में पति ने पीट-पीट कर मार डाला। उसे हवा में ऊपर उछाल कर पटकता था। मेरे मना करने पर मुझे मारता-पीटता था। कई बार तलाक की धमकी देता था। दो बेटे मेरे और हैं। उन्हें उसने अपने पास रखा हुआ है। न जाने कैसे होंगे मेरे बच्चे। 2014 में मुझे तीन तलाक देकर निकाल दिया।
दो साल तक मैं दर-बदर भटकती रही। मुझे मेरे मां बाप का भी सहारा नहीं मिला। मेरी प्रशासन ने भी नहीं सुनी। मुझे कुछ महीने पूर्व जय शिवसेना के लोग मिले। शुक्रवार की शाम मैंने स्वेच्छा से वैदिक रीति से हिंदू धर्म अपना लिया। मेरे पास दस माह का बेटा है। इसका नाम अब ओम रखा गया है।
इस मौके पर मौजूद जय शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित आर्यन ने बताया कि महिला ने उनसे हिंदू धर्म अपनाने की इच्छा जाहिर की। महिला के ऊपर हुए अत्याचार से मुझे हमदर्दी हुई और मैने शुक्रवार को वैदिक रीति से आर्य समाज के शास्त्री द्वारा मंत्रोच्चारण व विधिविधान से हवन करा हिंदू धर्म ग्रहण करा दिया है।
महिला को बहन बनाकर उसकी मदद की जाएगी। उसे जय शिवसेना संगठन में प्रचार का काम दिया जाएगा। दामिनी टेलरिंग च बुटीक का काम जानती है उसके लिए बुटीक खुलवाया जाएगा।