शीर्ष कोर्ट के फैसले को रामगोविंद चौधरी की चुनौती, कहा-देंगे शिक्षा मित्रों को नौकरी
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भले ही कुछ फैसला किया हो, लेकिन प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार आएगी तो शिक्षा मित्रों को पुन: शिक्षक बनाया जायेगा।
गाजीपुर (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में नेता विरोध दल तथा अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रामगोविंद चौधरी तो सुप्रीम कोर्ट से भी ऊपर हैं। गाजीपुर में आज उन्होंने एक कार्यक्रम में घोषण कर दी कि अखिलेश यादव की सरकार आने पर हम शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बना देंगे।
गाजीपुर के सेवराई में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि देश का कोई भी आश्रम विद्या मंदिर से बड़ा आश्रम नहीं है। यदि कोर्ट में दस वर्ष तक वकालत करने वाला वकील जज बन सकता है तो 20-25 वर्ष तक शिक्षक कार्य करने वाला शिक्षा मित्र शिक्षक क्यों नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भले ही कुछ फैसला किया हो, लेकिन प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार आएगी तो शिक्षा मित्रों को पुन: शिक्षक बनाया जायेगा।
यह भी पढ़ें: UP TET-2017 : लखनऊ में हिरासत में बुआ के स्थान पर परीक्षा दे रही भतीजी
उन्हें कोई भी न्यायालय भी नहीं हटा सकता। उन्होंने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्य है कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सुप्रीम कोर्ट से फैसले पर एक बार फिर से विचार करने का अनुरोध क्यों नहीं किया। योगी जी इनको इसलिए टीचर नही बना रहे है क्योंकि यह सभी लोग अखिलेश यादव के कार्यकाल में टीचर बने थे।यह भी पढ़ें: यूपी टीईटी 2017 का पेपर लीक होने की चर्चा, अधिकारियों ने बताया अफवाह
रामगोविंद चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा शिक्षा नीति में बदलाव तो लाती है लेकिन कभी अमल में नहीं। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी के नाम पर अन्नदाताओं से बहुत बड़ा मजाक किया गया है। जब भी कोई कर्मचारी संगठन अपने हक की मांग करते हैं तो उनको केवल लाठी ही मिली है, चाहे वह शिक्षामित्र हों, रोजगार सेवक हों या बीएचयू की बेटियां। इस देश के प्रधानमंत्री जितना झूठ बोलते हैं उतना झूठ किसी अन्य देश के प्रधानमंत्री कभी नहीं बोलते हैं।