अब टिकट पर होगा 'मूल पहचान पत्र अनिवार्य'
प्रेम नारायण द्विवेदी, गोरखपुर : आए दिन हो रही रेल दुर्घटनाओं और यात्रियों की परेशानियों को रेल म
प्रेम नारायण द्विवेदी, गोरखपुर : आए दिन हो रही रेल दुर्घटनाओं और यात्रियों की परेशानियों को रेल मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। विशेष परिस्थितियों में यात्रियों से सीधे जुड़ने, उनकी पहचान करने, शिकायतों और सुरक्षा के साथ त्वरित जानकारी के लिए नई अहम योजना बनाई है। इसके तहत आरक्षित और अनारक्षित दोनों तरह के टिकटों पर सभी तरह के हेल्पलाइन नंबर अंकित किए जाएंगे। आपातकाल के दौरान असहज स्थिति पैदा होने पर यात्री टिकट पर दर्ज हेल्पलाइन नंबरों का सहयोग ले सकते हैं। खास बात यह है कि आरक्षित टिकटों के पीछे अब 'कृपया अपना मूल पहचान पत्र अवश्य रखें' भी लिखा होगा।
रेल यात्रियों को जागरूक करने और व्यापक प्रचार-प्रसार की दृष्टि से रेल मंत्रालय ने आरक्षित और अनारक्षित रेल टिकटों पर सभी हेल्पलाइन नंबरों को दर्ज करने का निर्णय लिया है। इसके लिए मंत्रालय ने दिशा-निर्देश भी जारी कर दिया है। दोनों तरह के टिकटों पर 'आल इंडिया पैसेंजर नंबर 138' अंकित होगा। भारतीय रेलवे ने आपातकालीन चिकित्सा, स्वच्छता, भोजन, कोच का रखरखाव आदि संबंधित जानकारी और शिकायतों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर यह हेल्पलाइन शुरू किया है। इसके अलावा आरक्षण और ट्रेनों के आवागमन की सूचना देने वाली हेल्पलाइन नंबर '139' भी अंकित रहेगा। रेल मंत्रालय ने सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182 को भी प्रचारित करने का निर्णय लिया है। यह नंबर भी दोनों तरह की टिकटों पर प्रिंट होगा। टिकटों पर लिखा होगा 'यात्रा के दौरान संकट की स्थिति की सूचना देने के लिए कृपया रेलवे सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182 डायल करें।' इसके अलावा आरक्षित टिकटों के पीछे अंकित 'कृपया अपना वैध पहचान पत्र साथ रखें' को भी संशोधित कर दिया गया है। अब 'कृपया अपना मूल पहचान पत्र साथ रखें' अंकित होगा। रेल मंत्रालय ने अपने उपक्रम भारतीय रेल भोजनपान और पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) को भी निर्देशित किया है कि वह भी हेल्पलाइन नंबर और संदेशों को एसएमएस व्यवस्था और ई टिकटों पर भी अंकित करना सुनिश्चित करे।