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मजहबी आरक्षण से देश में होगी अशान्ति: योगी

By Edited By: Updated: Tue, 03 Apr 2012 10:02 PM (IST)
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गोरखपुर: लोकतंत्र में चुनी हुई सरकारें बहुसंख्यक समाज के हित की बातें करती हैं परन्तु यह भारत का दुर्भाग्य है कि मजहबी आरक्षण के नाम पर देश में एक नया कुरुक्षेत्र बनाने का षड्यंत्र हो रहा है। सरकारी खजाना खाली होने के बावजूद मुस्लिम तुष्टीकरण के खेल में इसे लुटाया जा रहा है। यह राष्ट्र की अपूरणीय क्षति है।

उक्त बातें हिन्दू युवा वाहिनी के मुख्य संरक्षक गोरक्षपीठ उत्तराधिकारी एवं सदर सांसद योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हियुवा के प्रदेश प्रतिनिधि सम्मेलन के दो दिवसीय अधिवेशन में गोरखनाथ मंदिर में कही। उन्होंने कहा कि आने वालों दिनों में जेहादी हमलों एवं धर्मान्तरण की घटनाएं बढ़ सकती हैं। हिन्दू समाज के मान सम्मान एवं स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। यदि राष्ट्र पर संकट आता है तो हिन्दू समाज सुरक्षित नहीं रहेगा। इस चुनौतीपूर्ण समस्या का समाधान एक सशक्त हिन्दू संगठन द्वारा ही किया जा सकता है। हिन्दू धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए युवा वर्ग हियुवा से जुड़ें। अधिवेशन में आगरा मण्डल के संभाग प्रभारी महन्त योगी सिद्धनाथ को विहिम उ.प्र. का अध्यक्ष घोषित किया गया। प्रांतीय महासचिव भिखारी प्रजापति को कार्यकारी अध्यक्ष तथा कालीवाड़ी के महन्त रवीन्द्र दास को विहिम गोरखपुर के धर्माचार्य प्रकोष्ठ का दायित्व सौंपा गया। हियुवा प्रदेश कार्यालय प्रभारी इं. प्रमोद कुमार मल्ल ने संगठन के एक वर्ष का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। सम्मेलन का संचालन प्रदेश महामंत्री राम लक्ष्मण ने किया। सम्मेलन में विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव डा. सीएम.सिन्हा, प्रदेश प्रभारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह, प्रदेश संयोजक डा.राकेश राय, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण सिंह, प्रमोद सिंह, सचिन बढेरा, प्रदेश मंत्री अरुण भारती, अशोक कुमार सिंह, साकेत सिंह सोनू, आनन्द शाही, रणंजय सिंह जुगुनू, ऋषि मोहन वर्मा, नीरज शाही, वीर सिंह सोनकर, संजय सिंह, अखण्ड प्रताप सिंह, दिलीप सिंह, महेश नारायण त्रिगुणायत सहित विभिन्न जिलों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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