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हनुमान जी ने लंका दहन कर रावण को सिखाया सबक

जागरण टीम , हापुड़ हापुड़ में चल रहे रामलीला मंचन में भगवान राम और लक्ष्मण द्वारा सीता

By JagranEdited By: Updated: Wed, 27 Sep 2017 02:15 PM (IST)
हनुमान जी ने लंका दहन कर रावण को सिखाया सबक
जागरण टीम , हापुड़

हापुड़ में चल रहे रामलीला मंचन में भगवान राम और लक्ष्मण द्वारा सीता जी की खोज और हनुमान जी द्वारा लंका दहन का मंचन किया गया। लंका दहन के साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा जय श्रीराम के उद्घोष लगाए गए। पिलखुवा, गढ़, बक्सर और धौलाना में भी रामलीला का सजीव मंचन किया गया।

बुधवार को आयोजित मंचन में भगवान श्री राम और लक्ष्मण सीता माता की खोज के लिए वन वन भटक रहे हैं। इसी दौरान हनुमान जी सीता जी की खोज में लंका पहुंच जाते हैं। जहां मेघनाद और हनुमान जी के बीच युद्ध होता है। मेघनाद उन्हें बांधकर लंका ले जाता है। जहां हनुमान जी की पूछ में आग लगा दी जाती है। हनुमान जी अपनी पूछ से पूरी लंका का दहन कर देते हैं और समुंद्र में जाकर अपनी पूछ में लगी आग को बुझा देते हैं। जैसे ही लंका दहन का मंचन शुरू हुआ श्रद्धालु भगवान राम और हनुमान जी के जयकारे लगाने लगे। मंचन में श्री रामलीला समिति के प्रधान विनोद वर्मा, हरिप्रकाश ¨जदल, अनिल आजाद, बच्चू, अभिनव, सचिन, नवीन वर्मा, अतुल सोनी, अंकुर, उमेश, र¨वद्र गुप्ता, सचिन, विनोद गुप्ता व सुयश वशिष्ठ का सहयोग रहा।

गढ़मुक्तेश्वर में रामलीला का शुभारंभ भगवान राम व हनुमान जी की आरती कर के भाजपा विधायक कमल ¨सह मलिक ने किया। मंचन में कलाकारों द्वारा भगवान राम और सुग्रीव की मित्रता होने के बाद सुग्रीव भगवान राम को अपने भाई बाली के बारे में बताते हैं। भगवान राम बाली का वध करने का सुग्रीव को आश्वासन देते हैं। बाली का वध करने के बाद भगवान राम हनुमान को लंका में सीता जी की कुशलता लेने के लिए भेजते हैं। जहां पर हनुमान अशोक वाटिका का तहस नहस कर देते है। रावण और हनुमान के बीच संवाद होता है। रावण क्रोधित होकर हनुमान की पूछ में आग लगाने का आदेश देता है। हनुमान पूछ में आग लगने से पूरी लंका में आग लगा देते हैं। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष रुपेश पंडित, विष्णु नागर, पवन जैन, राजेश शर्मा, दीपक ठाकुर विनोद शर्मा, राजवीर ¨सह, बह्मानन्द गौतम, अमित वर्मा, छोटे लाल सर्राफ, काके पांडेयान, संजीव शर्मा,शक्ति शर्मा, कुलदीप आदि उपस्थित रहे।

पिलखुवा रामलीला मैदान में आयोजित विजय दशमी उत्सव के तहत बुधवार को राम सुग्रीव मित्रता का मंचन हुआ। इस दौरान मेला परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। सुग्रीव का पीड़ा जाने के बाद भगवान श्रीराम ने बाली का वध किया। बाली वध के दौरान हुए मंचन को देख लोग भाव विभोर हो गए। मंचन के तहत रोजाना शहर में शोभा यात्रा निकाली जाती है। बुधवार को भी शोभायात्रा रेलवे रोड से शुरू होकर मुख्य बाजार से होते हुए रामलीला मैदान में पहुंचकर संपन्न हुई। शोभा यात्रा के दौरान झाकियां आकर्षण का केंद्र बनी रही। इस मौके पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष राजेश मित्तल, मेला अधिकारी अखिलेश मित्तल, मंत्री अनिल ¨जदल, गंगाशरण मोदी, राजेश गोयल, विजय मित्तल, पंकज मित्तल, पवन ¨सहल, लोकेश गोयल, सुभाष चंद गोयल, संजय गर्ग आदि मौजूद रहे। कस्बा बक्सर की रामलीला के मंचन का शुभारंभ ¨प्रस गोयल ने भगवान राम की आरती कर किया । उसके उपरांत रामलीला के मंचन में छाया माया मंडल के कलाकारों द्वारा दिखाया गया कि हनुमान जी लंका दहन कर सीता जी के पास पहुंच जाते हैं और अपने साथ चलने को कहते हैं। सीता जी भगवान राम के साथ ही लंका से जाने की बात कहते हुए स्वयं व्याकुल होकर हनुमान जी को भगवान राम के लिए एक अंगुठी देती है। हनुमान जी रामदल के लिए रवाना हो जाते है। रामदल में हनुमान के पहुंचने के बाद भगवान राम उनसे माता सीता की कुशलता पूछते हैं। रावण का भाई विभीषण रावण से सीता को राम के पास भेजने की सलाह देते हैं। इससे क्रोधित होकर रावण अपने भाई विभिषण को लंका से भाग देता है। विभिषण लंका से निकाल कर राम दल में पहुंच जाते है। भगवान राम बाली के पुत्र अंगद को रावण को समझाने के लिए भेजते हैं। अंगद रावण से उसके महलों में रहने वाले योद्धाओं से अपने पैर उठाने की बात कहते हैं, पर एक भी योद्धा अंगद के पैर को नही उठा पाते है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान अमित गौड़, देवेन्द्र ठाकुर, मनोज चौधरी, धमेन्द्र चौधरी केएम शर्मा, डा बीपी शर्मा सुरेन्द्र शर्मा,अमर ¨सह राणा, महेंद्र सोनी,अशोक राणा, अनिल, जगवीर ¨सह, गंगा शरण पाल, महेश पाल ¨सह, आदि उपस्थित है।

धौलाना में पिलखुवा मार्ग पर युवा रामलीला मंच के बैनर तले हो रहे मंचन के दौरान मंगलवार की रात अयोध्या लौटे राम के लिए कैकेयी ने मंथरा के बहकावे में आकर दशरथ से चौदह वर्ष का वनवास मांग लिया। दशरथ ने भी तड़पते हुए वनवास की घोषणा कर दी। यह सुनकर अयोध्या नगरी में शोक की लहर दौड़ गई। उधर भगवान श्रीराम के साथ माता जानकी व लक्ष्मण ने भी वन जाने की जिद पकड़ ली।

मंच के अध्यक्ष पवन राणा ने बताया कि धौलाना में हो रहे रामलीला मंचन के दौरान भारी संख्या में क्षेत्र के गांवों से लोग आ रहे हैं। राम दशरथ संवाद का जीवंत मंचन किया गया। सुरेश राणा,अजय कुमार,लक्ष्मण नाथ उपाध्याय, रोहित प्रजापति, विरेंद्र प्रजापति, विनीत कुमार संजय शर्मा, सतीश शर्मा आदि मौजूद रहे।

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