सिटी रेलवे स्टेशन पर बंदरों का बसेरा
संवाददाता, हाथरस : सिटी रेलवे स्टेशन पर बंदर यात्रियों के लिए बड़ी समस्या बन चुके हैं। स्टेशन पर हर समय बंदरों का जमावड़ा रहता है, जो यात्रियों के लिए खतरनाक साबित होते जा रहे हैं। यात्री हित में यह समस्या कई बार उठ चुकी है, लेकिन स्थानीय स्तर से कोई समाधान नहीं हो सका है।
सिटी रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म बंदरों के लिए महफूज व अनुकूल जगह बन चुका है। यहां सिर छिपाने के लिए पर्याप्त टीन शेड है तथा प्लेट फार्म व आसपास के क्षेत्र में खाने का इंतजाम आसानी से हो जाता है। बंदरों को सिटी स्टेशन इतना रास आया है कि यहां इनके कई गुट बस चुक हैं। ऐसे में आए दिन गुटों में वर्चस्व की जंग होती रहती है। यहां बैंच पर यात्रियों की जगह बंदर बैठे नजर आते हैं। बंदरों का आतंक इतना है कि स्टेशन पर यात्रियों का खड़ा होना भी मुश्किल हो जाता है। यात्रियों से खाने-पीने की चीजें लूटना बंदरों की दिनचर्या में शामिल हो चुका है। यात्रियों को स्टेशन पर बंदरों से अपने सामान की सुरक्षा करनी पड़ती है।
स्टेशन पर लगे पानी के नल यात्रियों से अधिक बंदरों के उपयोग में आते हैं। वैंडरों के लिए भी स्टेशन पर खुलेआम खाने-पीने की चीजें बेचना मुश्किल होता जा रहा है। छोटे बच्चों के लिए बंदर अधिक खतरनाक साबित होते हैं। बंदरों से झड़प में यात्रियों का जख्मी होना आम हो चुका है। मंगलवार की शाम अमित सिंह निवासी रमनपुर मथुरा जाने के लिए कासगंज-भरतपुर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। स्टेशन पर बंदर ने उसके हाथ में लगा बैग छीनने का प्रयास किया। बैग तो बच गया, लेकिन बंदर के पंजे से अमित के हाथ पर खरौंच आ गई। बुधवार को अमित को रेबीज का इंजेक्शन लगवाना पड़ा।
बंदरों की समस्या का समाधान स्थानीय स्तर पर संभव नहीं है। डीआरएम स्तर से समस्या का समाधान हो सकता है। वन विभाग की मदद से रेलवे स्टेशन से बंदरों को हटा सकती हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर