'रात 12 बजे स्टेशन बचा नहीं पाओगे'
कानपुर, जागरण संवाददाता: 'सावधान हो जाओ, रात बारह बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन के चीथड़े उड़ा दूंगा।' इस
कानपुर, जागरण संवाददाता: 'सावधान हो जाओ, रात बारह बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन के चीथड़े उड़ा दूंगा।' इस धमकी ने आरपीएफ कंपनी कमांडर के होश उड़ा दिए। आनन-फानन आला अफसरों को सूचना दी गयी। स्टेशन को पुलिस और चेकिंग दस्ते ने चारों ओर से घेर लिया गया। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया।
शनिवार रात साढ़े ग्यारह बजे सेंट्रल स्टेशन के आरपीएफ कंपनी कमांडर एसके गुप्ता के मोबाइल पर धमकी भरा फोन आया कि रात 12 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन को विस्फोट से उड़ा दिया जाएगा। कंपनी कमांडर ने घटना की जानकारी तुरंत जीआरपी इंस्पेक्टर त्रिपुरारी पांडेय को दी। जीआरपी इंस्पेक्टर ने कंट्रोल रूम एवं जिले के कप्तान को धमकी की बात से अवगत कराया। इस पर तुरंत ही कई थानों की फोर्स, डाग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता, जीआरपी, आरपीएफ की टीम ने स्टेशन को घेर लिया। वाहन स्टैण्ड, पार्सलघर, प्रतीक्षालय, प्लेटफार्मो, फुट ओवर ब्रिज, टिन शेड आदि सभी जगह सघन छानबीन की गयी। स्टेशन के सिटी साइड में टिकटघर खाली कराकर तलाशी ली गयी। आरक्षण केंद्र की भी छानबीन हुई। इसी चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म नंबर चार पर एक लावारिस बैग मिलने से सनसनी फैल गयी। जीआरपी ने बैग कब्जे में ले लिया लेकिन कुछ ही देर में दौड़ते हुए आए एक यात्री ने बैग अपना होने का दावा किया, तो उसे दे दिया गया।
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मोबाइल का सुराग मिला
जीआरपी ने जांच में उस मोबाइल का पता लगा लिया है जिससे स्टेशन को उड़ाने वाला धमकी भरा फोन किया गया था। जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही झूठी धमकी देने वाले को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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दो साल पहले हुआ था विस्फोट
दो वर्ष पूर्व सेंट्रल स्टेशन पर बम विस्फोट हुआ था। स्टेशन पर निगरानी रखने के लिये 32 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन विस्फोट ऐसे स्थान पर किया गया था, जो कैमरे की रेंज से बाहर था।