पटरियों का हेल्थ कार्ड तैयार करेगा रेलवे
जागरण संवाददाता, लखनऊ : पटरी टूटने के कारण हुए खैतल हादसे के बाद रेलवे अब अपनी नींद से जा है। अपने
जागरण संवाददाता, लखनऊ : पटरी टूटने के कारण हुए खैतल हादसे के बाद रेलवे अब अपनी नींद से जा है। अपने व्यस्त रेलखंड की पटरियों का हेल्थ कार्ड तैयार करने का निर्णय लिया है। इसके तहत तीन महीने तक पटरियों की स्थिति जांची जाएगी। जिसके बाद यह तय होगा कि किस हिस्से में कितनी पटरी को कितने समय के भीतर बदलने की जरूरत पड़ेगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम आलोक सिंह ने बताया कि रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने पटरियों की जाच के आदेश दिए हैं। इसके तहत तीन महीने तक संरक्षा अभियान चलेगा। संरक्षा से जुड़े सभी अधिकारियों को पटरियों की जाच करने के निर्देश दिए गए हैं। जाच के दौरान पटरियों की स्थिति, लेवल क्रॉसिंग की जाच, पटरियों पर पड़ने वाली गिट्टियों की स्थिति जांची जाएगी। इसके साथ ही जिन स्थानों पर पटरिया अधिक पुरानी हो चुकी हैं इस अभियान के तहत उन्हें बदला भी जाएगा। अभियान में मालगाड़ी के वैगन एवं ट्रेनों की बोगियों की फिटिंग के साथ ही संरक्षा से जुड़ी अन्य मामलों की जाच भी की जाएगी। सफाई पर भी रेलवे विशेष ध्यान दे रहा है। रेल यात्रियों से भरवाए गए फीडबैक फार्म में यात्रियों ने लखनऊ जंक्शन को प्रथम स्थान दिया है। यात्रियों से ये फार्म स्टेशन परिसर की सफाई एवं वहा मिल रही यात्री सुविधाओं के बाबत भरवाए गए थे। इस सूची में मंडल के बस्ती रेलवे स्टेशन को दूसरा तथा खलीलाबाद रेलवे स्टेशन को तीसरा स्थान मिला है। स्वच्छता पखवाड़े के दौरान रेलवे प्रशासन ने गंदगी फैलाने वाले यात्रियों के खिलाफ भी अभियान चलाया। मंडल में चलाए गए इस अभियान के तहत अधिकारियों ने 559 यात्रियों से 62720 रुपये बतौर जुर्माना वसूला। इस मौके पर बेहतर कार्य करने वाले स्काउट एवं गाइड के बच्चे सम्मानित भी किए गए।