चर्चा का विषय बने बलवंत सिंह रामूवालिया
अखिलेश यादव सरकार के छठे विस्तार में आज कैबिनेट मंत्री के रूप में लेने वाले सरदार बलवंत सिंह रामूवालिया चर्चा का विषय बने हैं। राजभवन में आज चारों ओर उनके प्रभाव को लेकर चर्चा हो रही थी।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Sat, 31 Oct 2015 02:50 PM (IST)
लखनऊ। अखिलेश यादव सरकार के छठे विस्तार में आज कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सरदार बलवंत सिंह रामूवालिया चर्चा का विषय बने हैं। राजभवन में आज चारों ओर उनके प्रभाव को लेकर चर्चा हो रही थी।
उत्तर प्रदेश में पहली बार प्रदेश के बाहर के किसी व्यक्ति को प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। इससे पहले प्रदेश के बाहर के किसी व्यक्ति को मंत्री की शपथ नहीं दिलाई गई है। अकाली दल के नेता रहे बलवंत सिंह रामूवालिया उत्तर प्रदेश में किसी भी सदन में नहीं है। फिलहाल छह महीने में रामूवालिया को प्रदेश के किसी भी सदन का सदस्य बनना होगा। उनको बीती रात में ही कल गाजियाबाद का निवासी बनाया गया है।पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं रामूवालिया73 वर्षीय बलवंत सिंह रामूवालिया छठी लोकसभा (1977-79) में फरीदकोट तथा आठवीं लोकसभा (1984-89) में संगरूर से सदस्य थे। इसके बाद 1996-2002 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। देवेगौड़ा व गुजराल के कार्यकाल में बलवंत सिंह रामूवालिया केंद्र सरकार में समाज कल्याण तथा श्रम विभाग के मंत्री थे।
पंजाब में बना ली थी अपनी पार्टी बलवंत सिंह रामूवालिया ने बीते विधानभसा चुनाव (2012) में पंजाब के मोहाली से भी किस्मत आजमाई थी। उन्होंने 2011 में पंजाब में अपनी पार्टी लोक भलाई पार्टी बनाने के बाद 2012 में उसका अकाली दल में विलय कर दिया था।
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