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धर्म परिवर्तन मामले में ठंडी नहीं आक्रोश की आग

लखनऊ। धर्म परिवर्तन और सामूहिक दुराचार मामले में मेरठ के खरखौदा क्षेत्र की युवती ने कोर्ट म

By Edited By: Updated: Mon, 04 Aug 2014 06:08 PM (IST)
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लखनऊ। मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती को जबरन इस्लाम धर्म कबूल कराने और सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने पश्चिमी यूपी के माहौल में तनाव के हालात पैदा कर दिये हैं। हिंदू संगठनों ने अफसरों से मिलकर गांवों की ओर कूच किया तो बवाल के डर से पुलिस ने तेजी से युवती का पहले मेडिकल कराया, फिर एक्स-रे। उसके बाद युवती को अदालत ले जाया गया लेकिन पेट दर्द होने के कारण बयान नहीं हो सके। वहीं पुलिस ने दो महिला समेत गिरफ्तार तीन आरोपियों को जेल भेज दिया। बाकी की गिरफ्तारी को दबिशें दी जा रही है।

खरखौदा थाने के एक गांव की युवती से इस्लाम धर्म कबूल कराने के बाद सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। यही नहीं मुजफ्फरनगर के एक नर्सिग होम में ऑपरेशन से उसका गर्भाशय भी निकलवा दिया गया। दरिंदों के चंगुल से छूटकर रविवार को घर पहुंची युवती ने पुलिस के सामने दास्तां बयान की हिंदू संगठनों ने बवाल खड़ा कर दिया था। आरोपियों के घरों, आटो और गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। शरारती तत्वों ने खरखौदा में सुनील त्यागी के टेंट गोदाम पर धावा बोलकर जनरेटर की बैटरी समेत कीमती सामान लूट लिया।

भड़कती रही आक्रोश की आग

मेरठ के लोहियानगर समेत कई जगह हिंदू संगठनों ने हापुड़-मेरठ रोड पर जाम लगाने का प्रयास किया। बाद में संगठन के लोग डीआइजी से मिले और सख्त कार्रवाई की मांग की।

इसी बीच विश्व हिन्दू परिषद की डा. साध्वी प्राची आर्य समेत हिंदू संगठनों के लोगों ने गांवों का दौरा कर ऐलान किया कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर एनएसए नहीं लगी तो बड़ा आंदोलन होगा।

उधर पुलिस ने डाक्टरों का पैनल बनाकर पीड़िता का मेडिकल और एक्स-रे कराया। एक्स-रे में दोनों किड़नी मौजूद मिली है। हां गर्भाशय गायब होने की आंशका जाहिर की गई है। इसलिए दूसरी जांच की जाएगी। पीड़िता को महिला थाने से अदालत में बयान दर्ज कराने के लिए ले जाया गया। एसपी देहात कैप्टन एमएम बेग ने बताया कि, युवती के पेट में दर्द होने के कारण बयान दर्ज नहीं हो सकें। पुलिस ने आनन फानन में आरोपी प्रधान नवाब, समरजहां पत्‍‌नी सनाउल्ला और सना को जेल भेज दिया। लाइन हाजिर हुए एसओ दिनेश कुमार की भी जांच एसपी ट्रैफिक पीके तिवारी को दे दी गई है।

जबर्दस्त तनाव को देखते हुए पूरे गांवों को तीन सेक्टरों में बांटकर डेढ सेक्सन पीएससी, दो प्लाटून आरएएफ और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दो सीओ और चार एसओ, एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट भी कैंप किए हुए हैं। पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाने के लिए आसपास के गांवों में भी फ्लैग मार्च निकाला।

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