सहारनपुर दंगा: तनाव के बीच त्योहार की भीड़
लखनऊ। सहारनपुर में गुरुद्वारे और कब्रिस्तान के बीच जमीन के विवाद को लेकर दंगे की चपेट में आए
By Edited By: Updated: Mon, 28 Jul 2014 08:49 PM (IST)
लखनऊ। सहारनपुर में गुरुद्वारे और कब्रिस्तान के बीच जमीन के विवाद को लेकर दंगे की चपेट में आए सहारनपुर में शहर के अलग-अलग हिस्सों में बारी-बारी से चार घंटों की ढील दी गई। ईद के नजदीक होने के चलते खाने-पीने के जरूरी सामान के लिए भीड़ सड़कों पर उमड़ी, लेकिन शहर के माहौल में तनाव गहरे तक घुला नजर आया।
कर्फ्यू में ढील के दौरान कुछ जगहों पर आगजनी के प्रयास किए गए। दो युवकों पर कातिलाना हमले का प्रयास भी किया गया। कर्फ्यू में ढील के बावजूद मुस्लिम बहुल इलाकों में दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानें खुलवाने के लिए प्रशासन को दबाव बनाना पड़ा। इन सबके बीच भाजपा सांसद राघवलखन पाल और इमरान मसूद की बयानबाजी भी मामले को राजनीतिक रंग दे रही है। भाजपा सांसद ने कहा कि मातम के इस माहौल में कोई त्योहार नहीं मनाया जायगा। इमरान मसूद ने कहा कि मैंने मुस्लिम भाइयों से कहा कि ईदगाह के बजाय पास की मस्जिद में नमाज पढ़े। उन्होंने आरोप लगाया कि राघव अपने भाई को विधायक बनाने के लिए माहौल खराब कर रहे हैं। ईद को देखते हुए मंगलवार को दिन का कर्फ्यू हटाया जा सकता है, लेकिन अभी प्रशासन ने इस बारे में कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है।रविवार देर रात बैठक में हुए फैसले के बाद डीएम संध्या तिवारी ने सोमवार को शहर में दो चरणों मे कर्फ्यू में ढील दी। पहले नए शहर के सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक व दूसरे चरण में शहर के पुराने इलाके में दोपहर दो बजे से सांय सात बजे तक कर्फ्यू में राहत दी गई। माना जा रहा है कि मंगलवार को ईद के चलते प्रशासन पर कर्फ्यू हटाने का जबर्दस्त दबाव था। सुबह दस बजे से नए शहर में मिली चार घंटे ढील के बाद लोगों की भीड़ सड़कों पर आ गई और लोगों ने जरूरी खरीदारी, एटीएम और पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़ थी। कोर्ट रोड स्थित पेट्रोल पंप पर गाडि़यों में तेल भरवाने वालों की भीड़ को देखकर वहां पुलिस तैनात करनी पड़ी। दिल्ली रोड स्थित सब्जी मंडी से कुछ लोग जबरन सामान लूट ले गए। इसी बीच शारदा नगर में बाइक से जा रहे दो समुदाय विशेष के युवकों पर कातिलाना हमला किया गया। लेकिन वहां अर्धसैनिक बलों के जवान पहुंच गए, लेकिन भीड़ ने बाइक में आग लगा दी। दिल्ली रोड पर एक डेयरी में लूटपाट की गई तो पुराने शहर के कक्कड़ बाजार में राजेश के गोदाम में आग लगा दी गई। आइजी मेरठ जोन आलोक शर्मा मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उनका कहना था कि बिल्डिंग मालिक व व्यापारी में दुकान को लेकर विवाद चल रहा है। दूसरे चरण में तीन से सात तक पुराने शहर में कर्फ्यू में ढील दी गई पर नेहरू मार्केट आदि कुछ बाजार में व्यापारियों ने दुकानें नहीं खोली। अधिकारियों ने दुकानें खोलने के लिए व्यापारियों पर दबाव भी बनाया पर किसी अनहोनी की आशंका ग्रस्त व्यापारियों ने दुकानें खोलने से इन्कार कर दिया। इससे पहले रविवार रात गलिरा रोड पर तीन दुकानों में आगजनी हुई। हकीकत नगर में भी एक ठेके को लूटने का प्रयास किया गया। जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। कर्फ्यू में ढील के बाद दहशतजदा व्यापारियों से रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर खेल सचिव भुवनेश कुमार, आइजी आलोक शर्मा, एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने खुद दुकानों को खुलवाया। रविवार रात यहां पहुंचे एडीजी देवेंद्र कुमार चौहान ने भी कर्फ्यूग्रस्त इलाकों का दौरा किया। आश्वासन दिया गया कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास वाली दुकानों को 24 घंटे की छूट दी जाएगी। शनिवार को अंबाला रोड पर कुतुबशेर थाने के पास गुरुद्वारे पर लिंटर डालने को लेकर दो संप्रदाय में भिड़ंत के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। अभी भी छुटपुट घटनाएं रुक नहीं पा रही हैं।
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