कैराना को कश्मीर बनाने की साजिश, 346 परिवार घर छोड़ गए
भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने आज कहा कि कैराना को कश्मीर बनाने की कोशिश की जा रही है। 346 परिवार कैराना छोड़कर जा चुके हैं। 10 लोगों की रंगदारी न देने पर हत्या की गई।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Wed, 08 Jun 2016 11:34 PM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। शामली के कैराना से पलायन का मसला गरमाता जा रहा है। भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने आज फिर प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि कैराना को कश्मीर बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने 346 ऐसे परिवारों की सूची जारी की, जो कैराना छोड़ चुके हैं। 10 ऐसे लोगों की सूची भी सार्वजनिक की, जिनकी रंगदारी न देने पर हत्या की गई। नगर पालिका परिसर में हुकुम सिंह ने पत्रकारों से फिर कहा कि कैराना से पलायन नहीं रुक रहा है। व्यापारियों से धन उगाही की जा रही है। उन्होंने पलायन कर रहे लोगों की तुलना कश्मीरी पंडितों से करते हुए कहा कि कैराना में हालात बद से बदतर हैं। व्यापार तबाह हो रहा है। रंगदारी न देने पर व्यापारियों की हत्या की जा रही है लेकिन सूबे की सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगती। पीडि़त परिवारों को मुआवजा भी नहीं दिया गया। अधिकांश बड़े कारोबारी कैराना छोड़कर दूसरी जगह चले गए। इनमें से ज्यादातर लोहा, सर्राफा और हार्डवेयर से जुड़े हैं। सांसद ने कहा कि गांव जहानपुरा में पहले 60 ङ्क्षहदू परिवार थे। अब यहां एक भी हिंदू नहीं है। पंजीठ से भ्ज्ञी कई परिवार पलायन कर चुके हैं। पंजीठ गांव से पलायन रोकने के लिए वह खुद प्रयास कर रहे हैं।
जून के अंत में आएंगे गृहमंत्रीसांसद हुकुमसिंह ने बताया कि कैराना के हालात को लेकर उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ङ्क्षसह से पिछले दिनों मुलाकात की थी। केंद्रीय मंत्री खुद प्रकरण को लेकर काफी गंभीर हैं और जून के अंत में कैराना आएंगे। इस प्रकरण की आइबी से जांच भी कराई जाएगी। शामली के डीएम सुजीत कुमार ने पत्रकारों के सामने प्रशासन का पक्ष रखा। कहा कि पलायन पर किसी की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है। सिर्फ एक नेता की ओर से ही पलायन को लेकर बयानबाजी की जा रही है। अगर पलायन के ठोस सबूत मिले तो निश्चित तौर पर प्रभावी कदम उठाएं जाएंगे। पलायन संबंधी एलआइयू रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
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