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बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी और अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका के बीच झड़प Ayodhya News

अयोध्या में बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी से मुलाकात के दौरान अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह हुई उग्र झड़प से उजागर हुई सुरक्षा में चूक।

By Anurag GuptaEdited By: Updated: Wed, 04 Sep 2019 07:19 AM (IST)
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बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी और अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका के बीच झड़प Ayodhya News
अयोध्या, जेएनएन। बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी और खुद को अंतरराष्ट्रीय शूटर बताने वाली वर्तिका सिंह के बीच मंगलवार को झड़प का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि वर्तिका सिंह उनके आवास पर मुलाकात करने पहुंची थी और बातचीत के दौरान उग्र हो गईं। झड़प के बीच राम जन्मभूमि थाना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने वर्तिका को हिरासत में ले गई। पूछताछ के बाद वर्तिका को छोड़ दिया गया। 

क्या कहते हैं इकबाल अंसारी
इकबाल अंसारी के अनुसार,  वह उस समय अपने कोटिया स्थित आवास पर थे। स्वयं को अंतरराष्ट्रीय शूटर बताने वाली वर्तिका सिंह(25) अपने एक सहयोगी के साथ इकबाल से भेंट करने पहुंचीं। महिला ने उनके गनर को बताया कि वह अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह हैं। इकबाल अंसारी ने बताया कि इसके बाद महिला व पुरुष से उनकी बातचीत तीन तलाक के मुद्दे से शुरू हुई और फिर राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मसले पर पहुंच गई। इसी बीच महिला आरोप लगाने लगीं कि उनके कारण मसला हल नहीं हो रहा है। चर्चा के दौरान वर्तिका सिंह अचानक उग्र हो गईं। झड़प के बीच मामले की जानकारी राम जन्मभूमि थाना पुलिस को दी गई। इसके बाद मौके पर पहुंची महिला पुलिस शूटर वर्तिका सिंह को अपने साथ ले गई। इकबाल अंसारी ने वर्तिका सिंह के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी है।

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क्‍या बोले इकबाल अंसारी 
इकबाल अंसारी ने बताया कि मैं अपने घर पर था, एक महिला और एक पुरुष मेरे घर आये और बोले की हमें बाबरी मस्जिद के मुद्दई से बात करनी है। उन्होंने कहा कि मैं अंतरराष्ट्रीय शूटर हूं। तुम मामले को फंसाए हुए हो, मुकदमा हटाओ ताकि मंदिर बनना शुरू हो जाए। हमने कहा मामला सुप्रीम कोर्ट में है, हम अकेले नहीं है। हिंदुओं में 14 पक्षकार हैं। हमारी तरफ से भी पक्षकार हैं। हम तो बार-बार कहते हैं कि कोर्ट फैसला कर दे आज कर दे और आप हमसे क्या चाहते हो। उन्होंने कहा नहीं तुम मुकदमा हटाओ हम अंतरराष्ट्रीय शूटर हूं, गोली मार दूंगी और हाथापाई करने पर आमादा हो गई। मौके पर मौजूद गनरों ने तुरंत उसका हाथ पकड़ा। मोहल्ले की और घर की औरतें भी आ गईं, अगर मौके पर ये लोग न होते तो वो मारपीट करने पर आमादा थीं। हमने मामले की तहररीर दे दी है। 

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पूछताछ के बाद छोड़ा 
मामले में पूछताछ के लिए अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह को हिरासत में लिया गया। एसएसपी अयोध्या आशीष तिवारी ने बताया कि पूछताछ के बाद खिलाड़ी को लखनऊ में उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। आरोपी एक प्रतिष्ठित महिला खिलाड़ी है, इसलिए पुलिस हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है। जांच के उपरांत उचित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। 

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भड़काऊ और अभद्र भाषा का प्रयोग किया : वर्तिका सिंह
स्वयं को अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज बताने वाली वर्तिका मूलत: प्रतापगढ़ के ग्राम रायचंद्रपुर की हैं। वे इन दिनों लखनऊ में रहती हैं और लखनऊ से ही वे मंगलवार को अयोध्या पहुंचीं थीं। वर्तिका सिंह ने मीडिया से बात करते हुए अपने पक्ष में कहा कि मैं अयोध्या में रामजी के दर्शन के लिए आई थी। वहां फिर मैंने लोगों से बात कर परेशानी जानी। क्योंकि मैं अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज हूं, देश की नागरिक हूं। जाते-जाते उनके घर के पास खड़े हुए थे तो उनसे मुलाकात हुई। मैंने अपना परिचय दिया तो उन्होंने बैठने के लिए कहा। उसके बाद भड़काऊ और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। 

इकबाल ने की सुरक्षा बढ़ाने की मांग  
इकबाल का आरोप है कि वर्तिका ने उन्हें धमकाते हुए कहा, मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर हूं और गोली मार दूंगी। इकबाल ने पुलिस को दी गई तहरीर में आशंका जताई है कि वर्तिका हिंदुओं-मुस्लिमों में तनाव पैदा करना चाहती हैं और इसी साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया। उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग करते हुए बताया कि घटना के बाद से उनके परिवार में घबराहट है।

झड़प ने उजागर की सुरक्षा में चूक
बाबरी मस्जिद के पक्षकार मोहम्मद इकबाल और अंतरराष्ट्रीय शूटर कहने वाली वर्तिका सिंह के बीच झड़प ने सुरक्षा में चूक उजागर कर दी। इकबाल हों या दो वर्ष पूर्व चिरनिद्रा में लीन हुए उनके वालिद मो. हाशिम। दशकों से बाबरी मस्जिद की पैरोकारी करने के बावजूद अयोध्या उनके लिए अभयारण्य रही है। वे वक्त-जरूरत पर रामनगरी में कहीं भी आते-जाते रहे हैं। यही कारण है, हालिया घटना से हर कोई हैरान है।

 

कहने को हाशिम की तरह इकबाल को भी सुरक्षा मिली हुई है लेकिन, रामनगरी के माहौल में उन्होंने उसकी कभी परवाह नहीं की। उनके कोटिया मुहल्ला स्थित आवास पर मुलाकातियों में मुस्लिमों से अधिक हिंदूओं की संख्या रहती आई है। बगैर किसी खास पूछताछ के वे मुलाकात करते रहे हैं। यही नहीं, पिता-पुत्र की यह जोड़ी अपनी बेबाकी के लिए भी विख्यात रही। मुकदमेबाजी के बावजूद कभी तनाव की नौबत नहीं आई। वे बाबरी मस्जिद के पैरोकार तो हैं पर हिंदू भावनाओं पर आघात से सदैव दूरी बनाए रखी। इकबाल के वालिद हाशिम कई बार रामलला के मंदिर को लेकर चिंता जताते रहे और बार-बार यह भी दोहराते रहे कि सबसे बड़ी बात मुल्क का अमन चैन है।  

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