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मुलायम भी हो गए पीएम मोदी की मेहनत के मुरीद

समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलामय सिंह यादव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कायल हो गये हैं। समाजवादी पार्टी की बैठक में कल उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि वह मेहनत के बल पर यहां तक पहुंच गए। इससे सपा कार्यकर्ताओं को सीख लेनी चाहिये।

By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Thu, 22 Jan 2015 09:43 AM (IST)
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलामय सिंह यादव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कायल हो गये हैं। समाजवादी पार्टी की बैठक में कल उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि वह मेहनत के बल पर यहां तक पहुंच गए। इससे सपा कार्यकर्ताओं को सीख लेनी चाहिये।

विधानमंडल दल की बैठक हिस्सा लेने के बाद कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे मुलायम ने कहा 2017 में फिर चुनाव होने हैं, उसके लिए वर्ष 2012 जैसे जोश की जरूरत है। पीएम नरेंद्र मोदी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की सराहना करते हुए मुलायम ने कहा कि महिला आरक्षण पर चर्चा के लिए उन्होंने फोन किया था। तब हर दल को 15 से 20 फीसद महिलाओं को टिकट देने का बाध्यता का नियम बनाने पर सहमति हुई थी। निर्धारित टिकट नहीं देने पर राजनीतिक दलों की मान्यता रद करने का नियम बनना था, मगर उनके दल के लोगों ने काम नहीं करने दिया। गाह-बगाहे अपनी ही पार्टी के विधायकों के साथ मंत्रियों पर बरसने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया के रडार पर उत्तर प्रदेश के कई मंत्री तथा नौकरशाह हैं। अपनी ही सरकार तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नसीहत देने से नहीं हिचकने वाले मुलायम सिंह यादव के रडार पर अब पैसा कमाने में लगे कुछ मंत्रियों के साथ नौकरशाह भी हैं।

विधान परिषद चुनाव का कील-कांटा दुरुस्त करने के लिए बुलाई गई विधान मंडल दल की बैठक में सपा मुखिया ने कहा कि उन्हें पता हो गया है कि चार बड़े अधिकारी भाजपा से मिले हैं। वे इधर की बात उधर करते हैं, उन पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए। सभी को उन्होंने ऐसे लोगों से सतर्क रहने की बात कही। उन्होंने मंत्रियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की नसीहत फिर दोहरायी। मुलायम ने अफसरों के नाम या पद नाम का कोई संकेत नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अपने मुख्यमंत्रित्व काल में वह विधायकों और जनता से मिलते थे। सबका समय तय था। अब विधायकों को मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाने की शिकायत है, यह स्थिति ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री को पॉलिसी में बदलाव लाना चाहिए। विधायकों से मिलने का समय तय करना चाहिए। मुलायम ने कहा कि सपा के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का इल्जाम नहीं लगा, मगर अब कुछ मंत्रियों के पैसा कमाने की शिकायतें हैं। मंत्रियों को भ्रष्टाचार से दूर रहना होगा, वरना जनता 2017 के चुनाव में हरा देगी। मुलायम ने लोकसभा चुनाव में पराजय के कारणों का भी उल्लेख किया। सपा मुखिया ने कहा कि सपा के लोगों को छवि के बारे में सतर्क रहना चाहिए। सरकार के अच्छे कामों की चर्चा गांव-चौपाल में होनी चाहिए। जनता का भरोसा टूटना नहीं चाहिए।

सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि मुलायम सिंह ने प्रदेश में दवाई, पढ़ाई और सिंचाई मुफ्त होने का उल्लेख करते हुए कहा कि कार्यकर्ता गांव- चौपाल में जाकर प्रचार करें। इस अवसर पर समाजवादी नेता अनंतराम जायसवाल के निधन पर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रहकर प्रार्थना की गई।ï

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