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मुहर्रम जुलूस के दौरान अब कानपुर में उपद्रव

कन्नौज, फतेहपुर, और अम्बेडकरनगर के बाद अब कानपुर में मुहर्रम पर सांप्रदायिक हिंसा हो गई। भगवती जागरण के लिए लगे बैनर को फाड़े जाने के बाद हिंदू संगठन भड़क गए और ताजिया जूलूस निकाले जाने रास्ते को जाम कर दिया। हजारों आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए हैं।

By Ashish MishraEdited By: Updated: Sat, 24 Oct 2015 09:09 PM (IST)
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लखनऊ। कन्नौज, फतेहपुर, बांदा में तनाव शांत नहीं हुआ कि कानपुर में धार्मिक पोस्टर फाडऩे को लेकर हुए विवाद ने आज बवाल का रूप ले लिया। उपद्रवियों ने पथराव किया और देसी बम फोड़े। पुलिस ने उन्हें दौड़ाया तो फायरिंग कर दी जिसमें दो दारोगा घायल हुए। कई अन्य जिलों में भी मुहर्रम के जुलूस के दौरान झड़पें हुईं। कई जगह पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा जिससे कई लोग घायल हुए। कानपुर में कल रात जुलूस के दौरान दर्शनपुरवा में अराजकतत्वों ने चाय की दुकान पर लगे धार्मिक पोस्टर को फाडऩे के बाद उसे रौंद डाला था, जिसके बाद दो समुदाय आमने सामने आ गये। आज सुबह हिंदूवादी संगठनों को इसकी भनक लगी तो हंगामा शुरू हो गया। प्रदर्शनकारी दूसरे पक्ष से माफी मंगवाने पर अड़ गये। आइजी जोन आशुतोष पांडेय और एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने दूसरे पक्ष को माफी मांगने पर राजी किया। डीएम कौशलराज शर्मा तथा एसएसपी शलभ माथुर ने प्रदर्शनकारियों को माफीनामा पढ़कर सुनाया। आश्वासन दिया कि अब ताजिया जुलूस नहीं निकाला जाएगा। इसी बीच दूसरे पक्ष से सपा विधायक इरफान सोलंकी पहुंच गए और अधिकारियों के रवैये की निंदा करते हुए वह जुलूस निकलवाने पर अड़ गये। विधायक के दबाव में प्रशासन ने जुलूस को हरी झंडी दी तो हालात बिगड़ गये। जुलूस में शामिल लोगों ने नारेबाजी की तो पथराव शुरू हो गया। अराजकतत्वों ने जमकर फायरिंग की और बम चलाए व बसों-ट्रेनों पर पथराव किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और हवाई फायरिंग से भीड़ को तितर बितर किया। जरीब चौकी पर बवाल चल ही रहा था कि चमनगंज के भन्नाना पुरवा में दूसरे समुदाय ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान गोलीबारी में एसओ बादशाहीनाका डीके सिंह और आरआइ प्रथम योगेश शर्मा के पैर में गोली लग गयी। दो मोटर साइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया।

फतेहपुर आरएएफ के हवाले

दो दिन पहले सांप्रदायिक आग में झुलसे फतेहपुर के मंडवा क्षेत्र को रैपिड एक्शन फोर्स के हवाले कर दिया गया है। मुहर्रम के जुलूस व चार देवी प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर दिन भर तनाव रहा। कुछ युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया। ताजिया जुलूस में भी बवाल की नाकाम कोशिश की गई। कुशीनगर के कसया में दुर्गा पंडाल का बांस काटकर ताजिया जुलूस निकालने पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठियां भांजी। दोनों तरफ से आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। संतकबीरनगर में ताजियादारों ने एक की पिटाई कर दी तो मारपीट हो गई। जौनपुर के खेतासराय कस्बे में दिन भर तनाव रहा और कई दौर के प्रयास के बाद शाम पांच बजे दोनों पक्षों के लोग शांत हुए और जुलूस परंपरागत रास्ते से रवाना हुआ। बलिया के हल्दी गांव में ताजिया जुलूस में फोड़े जा रहे पटाखों की चिंगारी से बैलगाड़ी पर लदे डंठल में आग लग गई। इसको लेकर दोनों पक्षों में तनाव हो गया।

कन्नौज में आगजनी

कन्नौज में दुर्गा प्रतिमाओं की शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक ङ्क्षहसा के तीसरे दिन शनिवार को उपद्रवियों ने दो दुकानों में आग लगा दी। यहां हालात कुछ कफ्र्यू जैसे रहे। कहीं भी मुहर्रम के जुलूस नहीं निकाले गए। देर शाम घर लौट रहे पत्रकार सुभाष सक्सेना व उसके साथी प्रिंस श्रीवास्तव पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया जिसमें दोनों गंभीर घायल हो गए। भीड़ ने उनकी गाड़ी में तोडफ़ोड़ कर आग लगाने का प्रयास किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के आने की सूचना पाकर पुलिस उन्हें रोकने में जुटी रही। वहीं बांदा में हालात तनाव पूर्ण शांति के रहे। देर रात पहुंचे डीआइजी ज्ञानेश्वर तिवारी ने खंडित बताई जा रही प्रतिमा समेत अन्य प्रतिमाओं का विसर्जन कराया।

पश्चिम उत्तर प्रदेश में तनाव

मुजफ्फरनगर के जानसठ क्षेत्र में मुहर्रम के जुलूस से पहले शिया समुदाय के दो गुटों में टकराव हो गया। अफसरों ने दोनो गुटों के बीच में फोर्स लगाकर जुलूस निकलवाया। मुरादाबाद के मैनाठेर क्षेत्र में हाइटेंशन तार से टकराने पर एक ताजिये में आग लग गई। इस कारण लोगों ने हंगामा कर सम्भल-मुरादाबाद मार्ग जाम कर दिया। उन्होंने एक दफ्तर में तोडफ़ोड़ कर बाइक फूंक दी। वहीं आगरा में कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल तोडऩे से तनाव फैला।