उत्तर प्रदेश कांग्रेस में प्रशांत किशोर पर प्रियंका गांधी भारी
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पटरी पर लाने की जिम्मेदारी संभालने वाले पार्टी के सलाहकार प्रशांत किशोर की टीम को मंगलवार को इलाहाबाद में शोर शराबा झेलना पड़ा।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पटरी पर लाने की जिम्मेदारी संभालने वाले पार्टी के सलाहकार प्रशांत किशोर की टीम को मंगलवार को इलाहाबाद में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस टीम ने प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार भी मुख्य जिम्मेदारी देने के साथ ही चुनाव की कमान भी सौंपने की मांग की।
प्रदेश में कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रशांत किशोर की टीम के छह सदस्य आज संगमनगरी इलाहाबाद में थे। यहां उस वक्त कुछ देर के लिए शोर शराबा मचा जब अपनी बारी आने पर जिला महासचिव हसीब अहमद और श्रीश चन्द्र दुबे ने एक स्वर में राज्य में कांग्रेस की कमान और चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को देने की मांग की। हाल में बैठे ज्यादातर कांग्रेसियो ने इस मांग में सुर मिलाया। बैठक में काफी देर तक शोरशराबा बढ़ता देख जिला अध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने कांग्रेसियों को को शांत कराया। तब जा कर मीटिंग आगे बढ़ सकी।
कांग्रेस शुरू करेगी पोस्टर वार
चुनावी वादा निभाओ नारे के साथ सपा सरकार की घेराबंदी करने के लिए पोस्टर, बैनर व होर्डिंग जैसे प्रचार माध्यमों से ब्लाक स्तर पर मुहिम आरम्भ होगी। इस अभियान में फ्रंटल संगठनों को लगाते हुए सपा, बसपा और भाजपा पर निशाना साधा जाएगा। खासकर दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के अलावा किसान हित में किए वादों की याद दिलाते हुए सवाल उठाए जाएंगे ताकि आम आदमी सरकार का झूठ समझे और कांग्रेस को चुनाव में लाभ मिलने की उम्मीद बढ़े। ऐसे नारे और आंकड़े जुटाए जाएंगे, जिन्हें आम जनता आसानी से समझ कर सरकारी सच्चाई जान सके। युवक कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एवं महिला कांग्रेस से भी अभियान में जुटने को कहा है। प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री का कहना है कि सपा, बसपा और भाजपा से ऊब चुकी प्रदेश की जनता के सामने कांग्रेस को सशक्त विकल्प के रूप में पेश किया जाएगा। आम कांग्रेस कार्यकर्ता जनसमस्याओं को लेकर सरकार के खिलाफ लड़ता हुआ दिखे, ऐसी तैयारी है।
मुस्लिम नौजवानों की रिहाई मुद्दा बनेगी
अल्पसंख्यक विभाग के संयोजक सिराज मेंहदी ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में सपा सरकार पर चुनावी वादा पूरा न करने का आरोप जड़ा। कहा कि जेलों में बंद पड़े बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों की रिहाई में समाजवादी सरकार देरी क्यों कर रही है और आजम खां जैसे खुद को मुसलमानों का अलंबरदार मानने वाले मौन क्यों है? सपा बताए कि पंचम तल पर एक भी मुस्लिम अधिकारी क्यों नहीं जबकि बसपा व भाजपा जैसी सरकारों में भी एक मुस्लिम अधिकारी तैनात रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बार बार अमेरिका यात्रा कर मुस्लिमों में दहशत बढ़ा रहे हैं क्योंकि अमेरिका ही मुस्लिम देशों को तबाह करने पर आमदा है।
मंडल प्रभारियों की तैनाती
संयोजक मेंहदी ने बताया कि फैजाबाद में खुर्शीद अजीज, बरेली में काजिम व नावेद नकवी, बस्ती में शादाब अब्बास नकवी, कमाल अहमद, विध्यांचल में रजिया सुलताना, मुरादाबाद-नासिर जलील, मेरठ-जमीलुद्दीन, लखनऊ- युनूस सिद्दीकी व तबरेज हसन, आगरा-अरशान खां, अलीगढ़-भरतेश जैन, आजमगढ़-ओवास अंसारी व मुनाजिर हुसैन, कानपुर- नीलम सुईग, दिलप्रीत व मेंहदी हसन, इलाहाबाद-आरसी शेख, गोरखपुर-सैयद इबरत, चित्रकूट-मदन गोपाल व तारीक बशीर, झांसी-सगीर सईद, सतनाम सिंह व शहनाज हुसैन, देवीपाटन- अफजाल, वाराणसी-गौहर आजमी व इश्तियाक एवं सहारनपुर में अकरम अंसारी को नियुक्त किया है।