बारिश और उपलवृष्टि से बर्बादी देख किसान का निकला दम
कभी सूखा तो कभी बाढ़ के दुष्चक्र से घिरे उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए इस बार बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि मौत की बारिश बन गई। एक मार्च से खलनायक बने मौसम ने तकरीबन पचास प्रतिशत से ज्यादा फसलें बर्बाद कर दी। प्रदेश में अब तक कर्ज में डूबे एक
By Nawal MishraEdited By: Updated: Mon, 09 Mar 2015 08:30 PM (IST)
लखनऊ। कभी सूखा तो कभी बाढ़ के दुष्चक्र से घिरे उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए इस बार बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि मौत की बारिश बन गई। एक मार्च से खलनायक बने मौसम ने तकरीबन पचास प्रतिशत से ज्यादा फसलें बर्बाद कर दी। प्रदेश में अब तक कर्ज में डूबे एक दर्जन से ज्यादा किसानों की सदमें से मौत हो गई या फिर उन्होंने मौत को गले लगा लिया। सोमवार को भी मथुरा के किसान की जान चली गई तो महोबा में एक ने आत्महत्या कर ली।
महोबा जिले के गोरखा गांव निवासी मैयादीन ने अपनी 32 बीघे जमीन पर चना व मटर की फसल लगाई थी। मैयादीन पर इलाहाबाद ग्रामीण बैंक का डेढ़ लाख व साहूकारों का कर्ज भी था। मैयादीन का तीसरा बेटा महेंद्र उसके साथ ही खेती करता था। इस बार हुई बारिश से पूरी फसल बर्बाद हो गई, जिसके कारण महेंद्र सदमे में आ गया। सोमवार सुबह महेंद्र का शव खेत में एक पेड़ पर फांसी पर लटकता मिला। परिवारीजन के मुताबिक उसने सदमें आकर कर्ज व बर्बाद फसल देख उसने आत्महत्या कर ली।उधर, मथुरा जिले में रविवार रात गंगाधर भदाया निवासी विजय सिंह ओला गिरने से अपनी बीस बीघा फसल बर्बाद देख सदमें में चले गए। सोमवार सुबह उनकी मौत हो गई। जिले में एक सप्ताह में ऐसी दूसरी मौत है। पिछले मंगलवार को बरसाना क्षेत्र में भी एक किसान ने दम तोड़ दिया था। ओलावृष्टि ने फरह, गोवर्धन, नौहझील और छाता क्षेत्र के किसानों की कमर तोड़ दी है।
सामान्य की ओर चला मौसमकई दिनों से बारिश व बदली से सोमवार को राहत मिली। लखनऊ में आसमान साफ रहने से धूप खिली, जिससे अधिकतम तापमान 30 डिग्री के पार पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार आगे मौसम साफ रहने की उम्मीद है। गोरखपुर में इस सीजन में पहली बार पारा 32 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार से यहां बादल छाने की संभावना है। यह सिलसिला 13 मार्च तक चलेगा। 14 और 15 मार्च को छिटपुट बारिश भी संभव है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और मेरठ मंडलों में दो दिन से चल रही आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का कहर थम गया है। हालांकि बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली में रविवार देर रात बारिश हुई। बागपत में बारिश से मकान गिर गया जिसके मलबे में दबकर परिवार के पांच लोग जख्मी हो गए।
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