राज्यसभा चुनाव : सपा को मिलेगा चार सीट का लाभ
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। राज्य सभा के द्विवार्षिक चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही उत्तर प्रदेश में रिक्त स्
By Edited By: Updated: Tue, 28 Oct 2014 02:54 PM (IST)
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। राज्य सभा के द्विवार्षिक चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही उत्तर प्रदेश में रिक्त स्थानों के लिए नेताओं ने जोड़तोड़ तेज कर दी है। 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की दस सीटें रिक्त हो रही हैं। विधान सभा में मौजूदा संख्या बल के हिसाब से इस बार समाजवादी पार्टी को चार सीटों का लाभ हो सकता है। बसपा को दो तथा भाजपा के पास एक सीट जा सकती है। कांग्रेस और रालोद मिलकर एक सीट पर दावा कर सकते हैं।
सपा खेमे से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव को दोबारा राज्य सभा भेजा जाना तय माना जा रहा है। चुनाव हारने वालंों में कुंवर रेवती रमण सिंह और नीरज शेखर के नाम सम्भावितों की सूची में बताए जाते हैं। इनके साथ ही पूर्व राज्यसभा सदस्य भगवती सिंह भी हैं। इनके अलावा भी खासी तादाद में नेता राज्य सभा जाने के लिए सक्रिय हैं और अपने सरपरस्तों के जरिए जुगाड़ में जुटे हैं। सपा की ओर से कम से कम एक मुस्लिम का भी राज्य सभा जाना तय है लेकिन वह कौन होगा, अभी कह पाना मुश्किल है। एचसीएल कंपनी के चेयरमैन शिव नाडर के नाम की भी चर्चा है। अमर सिंह को लेकर भी तरह-तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं।बसपा को दो सीटें मिलनी हैं और पार्टी के चलन के मुताबिक यहां सब कुछ पार्टी अध्यक्ष मायावती की मर्जी पर निर्भर है। पार्टी में एक वर्ग का मानना है कि राजाराम को फिर से राज्य सभा भेजा सकता है। डा. अखिलेश दास राज्य सभा में एक और कार्यकाल पा जाएं तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। भाजपा को एक सीट मिलनी है और यहां दावेदारों की संख्या कम नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री के करीबी माने जाने वाले एक राष्ट्रीय प्रवक्ता के अलावा दिल्ली में राजनीति करने वाले कई दावेदार अपने-अपने पक्ष में गोलबंदी करने में लगे हैं। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो रालोद के साथ मिलकर यह दल एक सीट पर दावा कर सकता है। बहरहाल यहां पेंच यह है कि क्या कांग्रेस रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को अपना सहयोगी बनाए रखने के लिए उन्हें राज्य सभा भेजेगी। वैसे कांग्रेस में लोकसभा का चुनाव हारने वाले कतिपय केंद्रीय मंत्री व कुछ अन्य नेता भी राज्य सभा जाने की इच्छा रखते हैं। दस से अधिक प्रत्याशी होने पर ही चुनाव
राज्यसभा चुनाव में सभी दलों ने अपनी संख्या के आधार पर ही प्रत्याशी उतारे और दस प्रत्याशी ही मैदान में रहे तो नाम वापसी के बाद 13 नवंबर को ही सभी को निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा। अगर किसी कारणवश दस से ज्यादा प्रत्याशी हुए तो मतदान 20 नवम्बर को होगा। 24 नवम्बर को इनका कार्यकाल हो रहा समाप्त
अवतार सिंह करीमपुरी, बृजलाल खाबड़ी, राजाराम, वीर सिंह एडवोकेट, बृजेश पाठक, अखिलेश दास , रामगोपाल यादव, अमर सिंह (सपा), कुसुम राय (भाजपा) तथा मोहम्मद अदीब (सपा-कांग्रेस समर्थित निर्दलीय)
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