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रिटायर्ड जज ने खोली रेलवे की पोल, चंद पैसा देकर अपराधी पा जाते हैं सीट

रिटायर्ड जज का बैग छह दिन पहले प्रयागराज एक्सप्रेस के एसी कोच से चोरी हुआ था। इस मामले में रेल मंत्री को खत लिखकर उन्होंने पूरे प्रकरण से अवगत कराया।

By Ashish MishraEdited By: Updated: Tue, 21 Nov 2017 01:25 PM (IST)
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रिटायर्ड जज ने खोली रेलवे की पोल, चंद पैसा देकर अपराधी पा जाते हैं सीट

कानपुर (जेएनएन)। तीन दिन पहले एसपी रेलवे ने जिस बात की आशंका व्यक्त की थी, रेलवे पर अब वही आरोप सीधे-सीधे एक रिटायर्ड जज ने लगाए हैं। रिटायर्ड जज का बैग छह दिन पहले प्रयागराज एक्सप्रेस के एसी कोच से चोरी हुआ था। इस मामले में रेल मंत्री को खत लिखकर उन्होंने पूरे प्रकरण से अवगत कराया और रेलवे स्टाफ की भूमिका पर सवाल खड़े किए।

यह था मामला
रिटायर्ड जज चंद्रदेव राय 14-15 नवंबर की रात प्रयागराज एक्सप्रेस से दिल्ली से इलाहाबाद के लिए यात्रा कर रहे थे। वह कानपुर शहर और कानपुर देहात में भी जिला जज रह चुके हैं। उनका रिजर्वेशन एसी-2 में था। रात में सोने के दौरान किसी ने उनका बैग पार कर दिया। जानकारी होने पर जीआरपी ने आननफानन चोर पकडऩे का दावा करते हुए चोरी गया मोबाइल बरामद कर लिया।

रिटायर्ड जज की जुबानी और खत
दैनिक जागरण के साथ बातचीत में रिटायर्ड जज ने बताया कि उनका रिजर्वेशन सीट नंबर एक पर था। रात करीब 11 बजे टीटी एक युवक को सीट नंबर तीन पर बैठा कर चला गया। जब उनकी नींद खुली और उन्हें बैग चोरी होने की जानकारी मिली तो उन्होंने टीटी से उक्त युवक के बारे में पूछा। टीटी के पास यह जानकारी नहीं थी कि उसने किस युवक को बैठाया था। उसका नाम व पता टीटी को कुछ नहीं पता था।

रेल मंत्री को लिखे खत में उन्होंने इसी को आधार पर बनाया है कि किस तरह यात्रियों को रिजर्वेशन से लेकर यात्रा के समय अपना पहचान पत्र दिखाना होता है, लेकिन एक आदमी जो अपराधी हो सकता है वह चंद पैसा देकर किस तरह सीट पा लेता है। रेलवे स्टाफ लालच में सभी नियम कायदों को ताक पर रख देता है। उन्होंने अपने खत में रेल मंत्री को कुछ सुझाव भी दिए हैं।

..लेकिन छवि को नहीं मिला सामान
कोच में उस चोर ने केवल रिटायर्ड जज को ही निशाना नहीं बनाया था बल्कि सीट नंबर 17 में सफर कर रही छवि नाम की एक युवती का बैग, जिसमें हजारों की नगदी थी, वह भी चोरी हुआ था। पहुंच की कमी की वजह से छवि को उसका चोरी गया सामान नहीं मिला।

ये है एसी का हाल
पांच नवंबर- आनंद विहार-हावड़ा से सचिन व एसी कोच सफर कर रही सुषमा तिवारी का लैपटाप चोरी।
नौ नवंबर- जियारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में श्रवण व वैशाली एक्सप्रेस से सुशील का बैग चोरी
14 नवंबर - प्रयागराज के एसी कोच से रिटायर्ड जज चंद्रदेव राय और छवि का बैग चोरी
15 नवंबर- दिल्ली से बिहार जाने वाली राजधानी में खुर्शीद आलम गोरखपुर एक्सप्रेस से राम प्रकाश का बैग चोरी।  

कानपुर स्टेशन पर वापस लौटी प्यासी राजधानी एक्सप्रेस
कानपुर। नई दिल्ली से रांची जा रही राजधानी एक्सप्रेस को बिना पानी दिए ही आगे बढ़ा दिया गया। बिन पानी परेशान यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने चेन पुलिंग कर गाड़ी को आगे बढऩे ही नहीं दिया और जमकर हंगामा किया। बाद में ट्रेन को सेंट्रल स्टेशन वापस लाकर पानी भरा गया। इसके बाद करीब सवा घंटे देरी से ट्रेन रवाना हो सकी।


नई दिल्ली से रांची जा रही राजधानी एक्सप्रेस सोमवार रात 9:32 बजे सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर चार पर आकर रुकी। यात्रियों ने ट्रेन के कई कोच में पानी न होने की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। पांच मिनट के स्टॉपेज के बाद गाड़ी आगे को रवाना कर दी गई। जैसे ही गाड़ी आउटर के पार पहुंची, यात्रियों ने चेन पुलिंग कर दी। चालक ने दो-तीन बार गाड़ी को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन हर बार यात्रियों ने चेन पुलिंग करके गाड़ी को बढऩे नहीं दिया।

पूछताछ हुई तो पानी की कमी की जानकारी सामने आई। इसके बाद ट्रेन को आउटर से वापस प्लेटफार्म नंबर चार पर लाया गया। ट्रेन प्लेटफार्म पर लौटते ही यात्रियों ने फिर हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा होते ही आनन-फानन रेल स्टाफ व जीआरपी मौके पर पहुंची। जिन कोच में पानी नहीं था,उनमें पानी भरा गया। इसके चलते ट्रेन रात करीब पौने ग्यारह बजे सेंट्रल से दोबारा रवाना हो सकी। इसके चलते गाड़ी करीब सवा घंटे लेट हो गई।