मंथनः देश में अपनी ताकत बढ़ा रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
कानपुर में जुटा भगवा देश में अपनी ताकत बढ़ाने को मंथन कर रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का छह दिवसीय कार्यक्रम शुरू हो गया है।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Mon, 11 Jul 2016 11:10 PM (IST)
कानपुर (जेएनएन)। प्रशिक्षण वर्ग और बैठकों को गोपनीय रखने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस बार खुलकर अपने उद्देश्य जाहिर किए हैं। कानपुर में जुटा भगवा देश में अपनी ताकत बढ़ाने को मंथन कर रहा है। दिग्गज विचार कर रहे हैं कि बढ़ती आबादी को कैसे संघ से जोड़ा जाए।
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कानपुर के मंधना स्थित महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का छह दिवसीय कार्यक्रम शुरू हुआ है। सोमवार से देश भर के प्रांत प्रचारकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग शुरू हो गया। प्रतिवर्ष होने वाले इस कार्यक्रम से संघ मीडिया को दूर ही रखता है। मगर, सोमवार को संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने प्रेसवार्ता कर कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां संगठनात्मक चर्चा हो रही है। पांच वर्ष बाद प्रांत प्रचारकों का अभ्यास वर्ग इसलिए होता है, क्योंकि इस बीच नए स्वयंसेवक आ जाते हैं, जिन्हें दायित्व बताए जाते हैं। उन्होंने बताया कि 14-15 जुलाई को संघ के प्रमुख कार्यकर्ता और विभिन्न संगठनों के अखिल भारतीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसमें संघ शिक्षा वर्ग सहित संघ की पूर्व गतिविधियों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा होगी। वरिष्ठ पदाधिकारियों के प्रवास निर्धारित किए जाएंगे।उत्तर प्रदेश के अन्य समाचार पढऩे के लिये यहां क्लिक करें
डॉ. वैद्य ने बताया कि संघ के प्रति लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ती संख्या को संघ से कैसे जोड़ा जाए? इस पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 2010 से अब तक 12000 नई शाखाएं बढ़ाई जा चुकी हैं। कुल शाखाएं 57000 हो चुकी हैं। इसके अलावा 10-15 गांवों का समूह बनाकर उसे मंडल के रूप में संघ से जोड़ा जाता है। इस प्रयास में अभी 40 फीसद क्षेत्र तक पहुंचे हैं। केरल में संघ के मंडलों की संख्या तेजी से बढ़ी है।चुनावी दृष्टिकोण से नहीं सोचता संघसंघ की ओर से साफ कर दिया गया है कि यहां संघ सिर्फ संगठनात्मक चर्चा कर रहा है। मिशन यूपी या किसी भी चुनाव के दृष्टिकोण से संघ नहीं सोचता है वहीं, सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी के सवाल पर डॉ. वैद्य बोले कि वह अवकाश पर थे, अब फिर सक्रिय होकर काम करेंगे। उन पर बड़ी जिम्मेदारी पहले से ही है।
जाकिर पर जैसी सबकी सोच, वैसी संघ कीडॉ. जाकिर नाईक पर संघ क्या सोच रखता है? इस सवाल पर अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख खुलकर तो कुछ नहीं बोले, सिर्फ इतना कहा कि जैसा जाकिर के बारे में सब सोचते हैं, वैसा संघ सोचता है। बाकी बैठक से इतर किसी सवाल का जवाब देने से उन्होंने इन्कार कर दिया।मोहन भागवत ने किया प्रांत प्रचारकों से संवादप्रांत प्रचारकों के प्रशिक्षण वर्ग से सोमवार को संघ के कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हो गई। सुबह पांच बजे जागने के बाद एकात्मता स्रोत का पाठ और योगासन, फिर शाखा, स्नान और जलपान हुआ। उसके बाद बैठकों का दौर चला। सूत्रों ने बताया कि सामूहिक सत्र (बौद्धिक) में मंत्रणा के बाद चर्चा चक्र में आठ-नौ प्रांत प्रचारकों का समूह गठित कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने संवाद किया। अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारियों ने समीक्षा की। दोपहर बाद संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रांत प्रचारकों की ओर से तय किए गए विषय पर दोनों ओर से चर्चाएं हुईं।
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