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लव जिहाद से निपटने के लिए अलीगढ़ में एक दमदार प्रशिक्षण

अलीगढ़ आर्यसमाज मंदिर में आर्य वीरांगना चरित्र निर्माण एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में आज पुलिस पहुंच गई। यहां लव जिहाद के खिलाफ प्रशिक्षण की बात चर्चा में आई थी।

By Nawal MishraEdited By: Updated: Wed, 15 Jun 2016 11:08 PM (IST)
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लखनऊ (जेएनएन)। अलीगढ़ के अचलताल स्थित आर्यसमाज मंदिर में चल रहे आर्य वीरांगना चरित्र निर्माण एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में आज शाम सात बजे पुलिस पहुंच गई। चर्चा रही, लव जिहाद के खिलाफ प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सीओ द्वितीय सोमदत्त शर्मा व एसओ गांधीपार्क संजय पांडेय ने शिविर की संयोजिका व छात्राओं से पूछताछ की। हालांकि, इस तरह का उन्हें कुछ नहीं मिला, मगर शिविर की संयोजिका दीपिका आर्या ने साफ कहा कि लव जिहाद के चक्कर में हिंदू लड़कियों को नहीं आना चाहिए। भारतीय संस्कृति-सभ्यता के दायरे में उन्हें रहना चाहिए।

आर्यसमाज मंदिर में 12 जून को आठ दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ था। शिविर में छात्राओं को बंदूक व लाठी, तलवार चलाना, जूडो-कराटे आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सुबह चार बजे से दिनचर्या शुरू हो जाती है और रात 10 बजे तक कार्यक्रम चलते रहते हैं। आज सुबह शहर में सूचना उड़ा दी गई कि शिविर में लव जेहाद के खिलाफ छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वह लव जेहाद के खिलाफ कैसे अभियान चलाएं? हिंदू लड़कियों को कैसे सतर्क करें? आदि बातें बताई जा रही हैं। शाम तक यह चर्चा आम हो गई। सीओ सोमदत्त शर्मा करीब आधे घंटे शिविर में रहे। छात्राओं का प्रशिक्षण देखा, उसके बाद चले गए। आर्यसमाज समिति के मंत्री राजेंद्र पथिक ने बताया कि 18 जून को प्रभातफेरी निकाली जाएगी। सीओ उसी बारे में पूछताछ करने आए थे। लव जेहाद के खिलाफ ऐसा कोई प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है। सीओ द्वितीय सोमदत्त शर्मा ने बताया कि बच्चों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। पुलिस फोर्स लगाई गई है। उसी के तहत सुरक्षा-व्यवस्था देखने गया था। लव जिहाद के खिलाफ प्रशिक्षण की कोई सूचना नहीं थी और ऐसा कुछ वहां मिला भी नहीं।

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