स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा से नाता तोड़ा, मायावती पर जड़ा टिकट बेचने का आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी से नाता तोड़ लिया है। माना जा रहा है कि एक या दो दिन में मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में सत्ता पाने की जुगत में लगी बहुजन समाज पार्टी को आज तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के महासचिव तथा नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है।
विधानसभा में नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस की। पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी पर विधानसभा चुनाव 2017 के टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया है।
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इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी छोडऩे का निर्णय लिया है।स्वामी प्रसाद का आरोप है कि दौलत की बेटी मायावती ने संविधान के रचयिता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को जगह-जगह पर बेचा है।
उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी में दलितों की नहीं बल्कि दौलतमंदों की अधिक पूछ हो रही है। बीते कई चुनाव (2012 व 2014 ) बहुजन समाज पार्टी सौदेबाजी तथा टिकटों की बिक्री के कारण हारी है।
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स्वामी प्रसाद ने कहा कि मायावती बीजेपी को मजबूत करने में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि अब बहुजन समाज पार्टी में उनको घुटन महसूस हो रही है। मायावती के राज में दलितों की जरा भी पूछ नहीं हैं। मायावती अब सिर्फ दिखावे के लिए अम्बेडकरवादी हैं और दिखावे के लिए ही अम्बेडकर जयंती मनाती हैं। वह तो दलितों के सपनों में पलीता लगाने का काम कर रही हैं। मायावती ही अब बसपा की हत्या कर रही हैं।
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उन्होंने कहा कि बेहद ही दुखी मन से मैंने बसपा सुप्रीमो मायावती को पत्र लिखा। इसमें मैंने पार्टी को लेकर अपने सारे दर्द को बयान किया। पत्र में यह भी लिखा है कि अंबेडकर और कांशीराम ने पूरी जिंदगी संघर्ष किया। इसके बाद दलितों को यह मुकाम मिला है।
उन्होंने कहा कि बीते चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों से खूब धन उगाही की गई है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बड़े पैमाने पर टिकटों की नीलामी से ही बसपा पिछला विधानसभा चुनाव हारी। मायावती ने तो अंबेडकर व कांशीराम के सपनों को बेच दिया है।
वह मनुवाद के मकडज़ाल में फंसी है। उनके हर कदम से भाजपा को मजबूत कर रही है जिससे बसपा का वजूद खत्म हो जाएगा। अब बसपा में दलितों की कोई जगह नहीं है। इसी कारण से मैं पार्टी छोड़ रहा हूं।
मौर्य 27 को लेंगे कैबिनेट मंत्री की शपथ!
स्वामी प्रसाद ने बार-बार दोहराया कि मायावती दलित की नहीं बल्कि दौलत की बेटी हैं। उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति के बारे में बाद में बताऊंगा। स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह तो नहीं बताया कि वह अब किस पार्टी में जाने वाले हैं लेकिन मौर्य के समाजवादी पार्टी में जाने की संभावना तेज हो गई है।
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आज विधान भवन में उन्होंने शिवपाल यादव तथा आजम खां के साथ मुलाकात की। माना जा रहा है कि एक या दो दिन में मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे। इसके बाद उनको 27 जून को अखिलेश यादव सरकार के सातवें मंत्रिमंडल विस्तार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जा सकती है। उनको अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। अब वह उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री होंगे।