स्वामी प्रसाद मौर्य पुराना दल बदलू और मुलायम का साथी : मायावती
मायावती ने स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोडऩे के कदम को पार्टी पर उपकार बताया है। बसपा की मुखिया मायावती ने लखनऊ में मीडिया को संबोधित किया।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Wed, 22 Jun 2016 10:03 PM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोडऩे के कदम को पार्टी पर उपकार बताया है। आज स्वामी प्रसाद मौर्य के बहुजन समाज पार्टी को छोडऩे के बाद बसपा की मुखिया मायावती ने लखनऊ में मीडिया को संबोधित किया। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी छोड़कर अच्छा ही किया नहीं तो उन्हें दो-चार दिन में निकालने वाली ही थी।
यह भी पढ़ें- स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा से नाता तोड़ा, मायावती पर टिकट बेचने का आरोपमौर्य पर परिवारवाद का बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि मौर्य अपने बेटा-बेटी के लिए भी फिर से टिकट मांग रहे थे। मौर्य के टिकट बेचने के आरोप पर मायावती ने कहा कि वह बताएं कि उसने अपने बेटा व बेटी के टिकट के लिए कितने पैसे दिए थे। स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी में जाने की संभावना पर बसपा की मुखिया ने कहा कि मौर्य अब सही पार्टी में जा रहे हैं क्योंकि वहां पर भी परिवारवाद है।
यह भी पढ़ें- कैराना का मामला भारतीय जनता पार्टी का शिगूफा : मायावतीमायावती ने कहा कि मौर्य तथा मुलायम सिंह यादव बहुत पुराने साथी हैं। मुलायम के साथ ही उनका खानदान पहले खुद को टिकट बांटता है। वहां पर भी परिवारवाद का कल्चर है। स्वामी प्रसाद का समाजवादी पार्टी सिर्फ इस्तेमाल ही करेगी। स्वामी प्रसाद मौर्य परिवारवादी नेता है। वह तो अपने घर भर के लिए टिकट मांगता था। स्वामी प्रसाद मौर्य तो मुलायम सिंह यादव का पुराना साथी है। स्वामी प्रसाद बड़ा ही पुराना दल बदलू है।
यह भी पढ़ें- बसपा यूपी में 300 सीटें जीतने के लक्ष्य से चुनाव में उतरेगीमायावती ने हमने मौर्य को सुधरने के दर्जनों मौका दिया, लेकिन नहीं सुधरे। इसके बाद उनको अन्य कई विधायकों की तरह से बाहर कर दिया गया है। मायावती ने कहा कि इससे पहले भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कई विधायकों को निकाला गया। इसके साथ ही कुछ विधायकों को पार्टी से परिवारवाद के चलते बाहर का रास्ता दिखाया गया।मायावती ने कहा कि स्वामी प्रसाद को हमेशा पार्टी में बड़ा कद दिया गया। स्वामी प्रसाद इससे पहले तो विधायक का चुनाव हारा था। इसके बाद भी मैंने स्वामी प्रसाद को एडजेस्ट किया था। पिछले चुनाव में पराजय झेलने के बाद सरकार नही आई तो भी स्वामी को नेता विपक्ष बनाया। स्वामी प्रसाद को विधान सभा में नेता विपक्ष का बड़ा ओहदा दिया।यह भी पढ़ें- सपाई गुंडों को जेल भेजना होगा मुख्य एजेंडा : मायावतीउन्होंने बताया कि मैं तो 2012 मे ही स्वामी प्रसाद के बेटे तथा बेटी का टिकट काटने वाली थी, लेकिन पार्टी के लोगों के कहने पर टिकट नहीं काटा था। इस बार उसके लड़के-लड़की को टिकट देने से मना करने पर बहकी-बहकी बातें कर रहा था।मायावती ने दौलत की बेटी तथा माया की बेटी के बारे में कहा कि मैं तो वाकई में माया हूं। मेरे माता-पिता ने मेरा नाम माया रखा है। इसी कारण मेरे पास माया की कोई कमी नहीं है। हमको कार्यकर्ताओं ने धन की कोई कमी नहीं होने दी है।यह भी पढ़ें- मथुरा कांड के लिए राज्य के साथ केंद्र सरकार भी दोषी : मायावतीस्वामी प्रसाद परिवारवाद के चक्कर में पार्टी से बाहर गया है। पार्टी छोडऩे के बाद लोग हमको दौलत की बेटी बताते हैं। बसपा मुखिया ने कहा कि जब मैं पैदा हुई थी तभी मेरे मां और बाप ने नाम माया रखा था।मायावती ने कहा मान्यवर कांशीराम ने मुझे पार्टी का उत्तराधिकारी बनाया था। कांशीराम ने पार्टी को तरजीह देकर जिंदगी में बहुत कड़े फैसले लिए। कांशीराम ने परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया। मायावती ने कहा कि जब तक जिंदा हूं कांशीराम के सिद्धांत पर चलूंगी। किसी भी कीमत पर परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दूंगी। बहुजन समाज पार्टी परिवारवाद को बढ़ावा देने वाली पार्टी नहीं है।
इंद्रजीत सरोज होंगे नेता विधानमंडल दलस्वामी प्रसाद मौर्य के बहुजन समाज पार्टी से बाहर होने के बाद अब इंद्रजीत सरोज विधान मंडल दल के नेता होंगे। मायावती ने कौशांबी जिले के मंझनपुर सुरक्षित सीट से विधायक सरोज को नेता प्रतिपक्ष भी बनाने की घोषणा की है। सरोज इससे पहले मायावती की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।