स्वामी प्रसाद सही व्यक्ति, गलत दल में थे : अखिलेश
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा को अलविदा कहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए समाजवादी पार्टी के दरवाजे खुले होने का संकेत देते हुए कहा कि 'वह सही हैं, गलत दल में थे।
By Ashish MishraEdited By: Updated: Thu, 23 Jun 2016 08:13 PM (IST)
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा को अलविदा कहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए समाजवादी पार्टी के दरवाजे खुले होने का संकेत देते हुए कहा कि 'वह सही हैं, गलत दल में थे। उनसे मेरी मित्रता है।कौमी एकता दल (कौएद) के सपा मे विलय को पार्टी का अंदरूनी मामला बताते हुये कहा कि'पत्रकारों के सामने चीजें तय नहीं होंगी, मैं नाराज नहीं हूं।
गुरुवार को कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि स्वामी नेता विरोधी दल थे। सदन में बहस होती थी, जो स्वस्थ तरीका है। वह मजबूत नेता और अच्छे व्यक्ति भी हैं, मगर गलत दल में थे। फैसला उन्हें लेना है, मुख्यमंत्री की बातों का अर्थ स्वामी प्रसाद मौर्य को 'आमंत्रण के रूप में देखा जा रहा है, हालांकि बसपा के बागी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कोई संकेत नहीं दिया है। सपा के परिवारवाद पर पूर्व बसपा मुखिया मायावती की टिप्पणी पर व्यंग्य करते हुये अखिलेश ने कहा कि वह 'बच्चे और बच्चों के बच्चे की बात कर रही थी, मगर मेरे बच्चे अभी बहुत छोटे, उन्हें राजनीति में आने में 10-12 साल लगेंगे और तब तक बहुत कुछ बदल चुका होगा। न जाने कैसा परिदृश्य होगा।समाजवादी पार्टी में अफजाल अंसारी, मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर नाराजगी के सवाल पर कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। वह पार्टी का फैसला है, जिसे सब मानेंगे। चुनाव करीब हैं, हम जनता का समर्थन चाहते हैं। विरोधी दल तो चाहेंगे ही कि हम सत्ता में न आएं यह बात जोड़कर उन्होंने सपा और कौएद का विलय खटाई में पडऩे की आशंका पर विराम लगा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी दल का कार्य इल्जाम लगाना है, वह लगाते रहेंगे। इन लोगों ने तो लखनऊ में विधानसभा की दीवारों पर नारे लिखवा दिये हैं, मगर विकास कार्यों के बल पर समाजवादी सरकार फिर सत्ता में लौटेगी।
शहीद दारोगा को हर संभव मददबदायूं में पुलिस मुठभेड़ में एक और दारोगा के शहीद होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्तव्य निभाते हुए शहीद पुलिस अधिकारी के परिवार की सरकार हर संभव मदद करेगी। इसमें कोई कोताही नहीं होगी।
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