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नेता तनवा रहे हैं तंबू

लखनऊ। विभिन्न दलों के नेताओं के इशारे पर मुजफ्फरनगर में राहत शिविर छोड़कर जाने वाले विस्थापित

By Edited By: Updated: Sun, 05 Jan 2014 02:43 AM (IST)
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लखनऊ। विभिन्न दलों के नेताओं के इशारे पर मुजफ्फरनगर में राहत शिविर छोड़कर जाने वाले विस्थापित फिर से जहां-तहां तंबू लगा रहे हैं। ऐसा मदद के नाम पर मिलने वाले चंद नोटों की खातिर हो रहा है। प्रशासन विस्थापितों और राजनीतिक दलों के इस पैंतरे से बुरी तरह परेशान है।

दिल्ली और लखनऊ में बैठी सियासी जमात जनपद का माहौल ठीक होने के बजाय और खराब कर रही है। कई राजनीतिक दलों के नेता शिविर के पूरी तरह से समाप्त कराने के अंतिम दौर में पहुंचकर पीड़ितों को आर्थिक मदद के तौर पर चंद रुपये देते हैं और शिविरों मं डटे रहने को कहते हुए साथ खड़े होने का भरोसा दे देते हैं। इससे प्रशासन की मुसीबतों में इजाफा हो रहा है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शामली के राहत शिविरों से लौट गए। उनका लोई जाने का कार्यक्रम अंतिम समय निरस्त हो गया। तब लोई शिविर के विस्थापित मायूस हो गए थे। पर बाद में राजद सुप्रीमों लालू यादव लोई शिविर पहुंचे और तीन लोगों को चंद रुपये देते हुए शिविर जबरन खाली नहीं करने को कहकर लौट गए। बसपा नेताओं का जमावड़ा भी चार माह बाद राहत शिविरों का दौरा करने पहुंचा और नेताओं ने पीड़ितों की मदद नोट बांटकर की थी। इसके अलावा भी कई संगठन भी विस्थापितों की मदद कर रहे हैं। आरोप है कि ये लोगों को भड़काकर खाली जमीनों पर तंबू डालकर रहने को उकसाते हैं।

ऐसे कई स्थान हैं जहां पीड़ितों ने शिविर छोड़ने के बाद फिर से तंबू लगा लिए। पारसौली, सांझक, शाहपुर इस्लामिया मदरसा आदि में लोगों ने फिर से तंबू गाढ़कर प्रशासन की परेशानी में इजाफा कर दिया है।

नेता उकसा रहे हैं

राजनीतिक दलों के नेता मदद के नाम पर नोट देकर तंबू लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जबकि सर्दी के कारण पक्के मकानों में जाने को कोई नहीं कहता। बेतहाशा सर्दी के कारण तंबू में लोगों की जान खतरे में है। प्रशासन पीड़ितों के साथ खड़ा हुआ है।

कौशलराज शर्मा, जिलाधिकारी, मुजफ्फरनगर ।

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