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विदेशी सैलानी भी थे आतंकियो निशाने पर

लखनऊ(राज्य ब्यूरो)। तहरीक-ए-तालिबान से प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकी 'मिशन पूर्वाचल' के बाद दिल्ली,

By Edited By: Updated: Sun, 30 Mar 2014 01:38 PM (IST)
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लखनऊ(राज्य ब्यूरो)। तहरीक-ए-तालिबान से प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकी 'मिशन पूर्वाचल' के बाद दिल्ली, आगरा और वाराणसी में विदेशी सैलानियों को निशाना बनाने के नापाक मंसूबों से लैस थे। आतंकियों के पास से बरामद डायरी में दर्ज कूट संदेशों के विश्लेषण से यह पता चला है। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि 'गैर मुसल्ला' शब्द का अर्थ कहीं विदेशी निहत्थे सैलानी तो नहीं था।

गोरखपुर से आतंकी अब्दुल वलीद, फहीम उर्फ मोहम्मद ओवैस की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में आतंकवाद गतिविधियों का जिन्न फिर जाग उठा है। सूत्रों का कहना है दोनों पाकिस्तानी आतंकी पश्तो मिश्रित हिन्दी बोलते हैं, जिससे उनसे पूछताछ में मुश्किलें आ रही है। इतना जरूर साफ हो रहा है पूर्वाचल का मिशन सफल होने पर ये लोग दिल्ली, वाराणसी और आगरा पहुंचने वाले विदेशी सैलानियों को निशाना बनाते। इनके पास से बरामद डायरी में जो फोन नंबर मिले हैं, उनकी लोकेशन यूपी के अलावा दूसरे राज्यों में पायी गयी है, लेकिन कुछ नंबर पूर्वाचल के शहरों में कुछ-कुछ दिन चले हैं।

आतंकियों से पूछताछ कर रहे एटीएस के अधिकारी दबी जुबान में स्वीकार करते हैं कि देश में घुसने से पहले इन्होंने यहां जिनसे कूट शब्दावली में बातचीत की है, उसका विश्लेषण चल रहा है। इसमें सबसे ज्यादा बार 'गैर मुसल्ला' शब्द का इस्तेमाल है। इसका पहला अर्थ निहत्थे पुलिस वाले निकाला गया। फिर रैलियों की भीड़ माना गया। अब रिमांड में दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर इस शब्द का अर्थ निहत्थे विदेशी सैलानी निकाला जा रहा है। एटीएस सूत्रों का कहना है कि युवकों के पास से नेपाल व भारत के दो सिम कार्ड मिले जिनके बारे में विस्तार छानबीन की जा रही है।

पूर्वाचल गईं टीमें : आतंकवादियों से मिली जानकारी के बाद एटीएस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की टीमों ने गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ समेत कई जिलों में डेरा डाल दिया है। दल उन युवकों के बारे में छानबीन कर रहे हैं, जिनके नंबरों पर आतंकियों की बात हुई थी और जो युवक लंबे समय से क्षेत्र से गायब हैं। आतंकियों को मतदाता पहचान पत्र बनवाकर देने वाले व्यक्ति के बारे में भी तस्दीक की जा रही है। वहीं दूसरी ओर एनआइए के अधिकारियों ने भी आजमगढ़ में डेरा जमा लिया है। गत दिनों एनआइए के निरीक्षक संजरपुर के लोगों के बारे में जानकारी हासिल की थी। आतंक फैलाने के आरोपित युवक के घर कुर्की की कार्रवाई की थी। उसके बाद से आतंकी घटना के आरोपी अबू राशिद शेख उर्फ डंडा मो. राशिद उर्फ सुल्तान, शादाब अहमद के घर और आसपास के क्षेत्र में निगरानी शुरू करायी गयी है। सूत्रों कहना है कि पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादियों के पास से मिलने मोबाइल नंबरों के बारे में भी पूछताछ चल रही है।

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