न्याय मिलने तक संघर्ष का संकल्प
By Edited By: Updated: Mon, 11 Feb 2013 11:02 AM (IST)
मऊ : प्रदेश सरकार ने राजनीतिक विद्वेष की भावना से शिक्षक भर्ती नियम में बदलाव किया है। यह पूरी तरह से अनैतिक और अलोकतांत्रिक है। यदि परीक्षा में अनियमितता थी तो भ्रष्ट तरीके से उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का पता लगाकर उन्हें बाहर किया जाना चाहिए था या फिर परीक्षा निरस्त कर दुबारा परीक्षा करानी चाहिए थी। लेकिन सरकार को नियुक्ति का आधार बदलने का अधिकार नहीं है। न्याय पाने के लिए टीईटी संघर्ष मोर्चा उच्चतम न्यायालय तक लड़ेगा। यह संकल्प भीटी में शिक्षक सदन में रविवार को हुई मोर्चा की बैठक में वक्ताओं ने व्यक्त किया।
वक्ताओं ने कहा कि हमें न्याय पालिका पर पूरा विश्वास है। इसलिए निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। राम बिलास चौहान ने कहा कि न्याय मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। देवेंद्र कुमार ने कहा कि धांधली एवं भ्रष्टाचार में डूबी सरकार को चौतरफा धांधली एवं भ्रष्टाचार ही दिखाई दे रहा है। राजेश मिश्रा ने कहा कि सरकार नकल माफियाओं के चंगुल में है इसलिए भर्ती शैक्षिक गुणांक के आधार पर करना चाहती है। इस मौके पर रणबीर सिंह, सुरेश यादव, राजकुमार, अशोक चौहान, बृजभान यादव, उमेश मौर्य, मोहम्मद अरशद, संतोष श्रीवास्तव, नूतन कुमार, अनुज कुमार, राजू प्रजापति, सदानंद सिंह थे। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
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