जाति-धर्म भेद पर भारी पड़ी आस्था
By Edited By: Updated: Sat, 19 Jul 2014 12:12 AM (IST)
मुजफ्फरनगर : अमीर-गरीब, ऊंच-नीच, जाति-बिरादरी आदि पर आस्था भारी पड़ रही है। बिना किसी भेदभाव, छोटा-बड़ा, ऊंच-नीच के शिवभक्तों के कदम निरंतर बढ़ रहे हैं। कंधे पर कांवड़, पैरों में छाले, फिर भी वह भोले-भोले बोल रहे हैं।
गोमुख, नीलकंठ, ऋषिकेश, हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर शिवभक्तों के कदम तेजी से बढ़ रहे हैं। कंधे पर कांवड़ लिए भोले के भक्तों के आगे जाति-बिरादरी, ऊंच-नींच, छोटा-बड़ा कोई नहीं है। भगवा रंग में रंगे सभी भक्तों का लक्ष्य भगवान महादेव की भक्ति है। आंधी हो या तूफान, हल्की बारिश हो या भारी, उनका हौसला अडिग है। बम बोल बम, हर हर महादेव, जय बजरंगी आदि जयकारों से चारों दिशाएं गूंज रही हैं। चहुंओर बम-बम भोले, हर हर महादेव की गूंज सुनाई दे रही है।