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एमटीयू विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं स्थगित

By Edited By: Updated: Mon, 03 Dec 2012 07:46 PM (IST)

संवाददाता, नोएडा : महामाया प्राविधिक विश्वविद्यालय (एमटीयू) का पीछा नामांकन प्रक्रिया का भूत नहीं छोड़ रहा है। बीते वर्ष भी नामांकन पूरे न होने से विषम सेमेस्टर परीक्षाओं की तिथि में बदलाव हुआ था। इस वर्ष भी वही स्थिति है। सोमवार को परीक्षा समिति की बैठक में 10 दिसंबर से होने वाली विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं को रोकने का फैसला लिया गया। यह फैसला सत्र 2012-13 के नवप्रवेशित छात्रों के विश्वविद्यालय में नामांकन न होने की वजह से लिया गया।

नहीं बनी अस्थाई आइडी पर विषम सेमेस्टर परीक्षा की बात : एमटीयू के वीसी प्रोफेसर एसके काक की अध्यक्षता में हुई बैठक में समिति के अन्य सदस्यों ने सर्वसम्मति से सत्र 2012-13 के प्रथम वर्ष के छात्रों का नामांकन न होने पर विषम सेमेस्टर परीक्षा के स्थगन का फैसला लिया। उल्लेखनीय है कि एमटीयू ने सितंबर-अक्टूबर में नवप्रवेशित छात्रों का रजिस्ट्रेशन करते हुए अस्थाई आइडी जेनरेट की थी। 10 दिसंबर से परीक्षा शेड्यूल जारी करने और 75 केंद्रों और 15 नोडल केंद्रों का निर्धारण किया था। उम्मीद थी कि परीक्षा समिति की बैठक में अस्थाई आइडी के आधार पर नवप्रवेशित छात्रों के विषम सेमेस्टर परीक्षाएं कराई जा सकेंगी। उल्लेखनीय है कि इस सत्र में एमटीयू से संबद्ध 407 कॉलेजों में 82 हजार नए छात्रों ने प्रवेश लिया। प्रथम वर्ष के छात्रों का नामांकन न होने से द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों की विषम सेमेस्टर परीक्षाओं पर भी ब्रेक लग गया है, क्योंकि विश्वविद्यालय सभी की परीक्षाएं एक साथ कराएगा। परीक्षा समिति ने नामांकन करने के लिए 20 दिसंबर अंतिम तिथि रखी है। दूसरे और तीसरे वर्ष में एक लाख 20 हजार छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन विषम सेमेस्टर परीक्षा में केवल 96 हजार छात्रों परीक्षा फॉर्म भरा है। हर बार की तरह इस बार भी समाज कल्याण विभाग से मिलने वाली फीस की धनराशि वसूलने के लिए प्राइवेट कॉलेजों ने 10 फीसद छात्र के प्रवेश में मनमानी की।

बीते वर्ष भी नामांकन पर अटकी थी विषम सेमेस्टर परीक्षाओं की गाड़ी : उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष भी प्रथम वर्ष के छात्रों का नामांकन एमटीयू में न होने से एक दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षाएं पांच दिसंबर से शुरू हो पाई थी। बीते वर्ष विषम सेमेस्टर परीक्षा केवल तीन दिन आगे खिसकी थी, लेकिन इस बार इन परीक्षाओं के बारे में 20 दिसंबर के बाद ही कोई फैसला हो पाएगा। बीते वर्ष विषम सेमेस्टर परीक्षाओं के शेड्यूल में बदलाव होने के बाद भी एमटीयू ने एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार काम पूरे कर लिए थे, लेकिन इस वर्ष एमटीयू के एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार कार्य करना मुश्किल होगा।

एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल नामांकन से झाड़ रहे पल्ला : वर्ष 2012-13 के छात्रों का अब-तक नामांकन न होने का दोष एमटीयू के अधिकारी एक-दूसरे पर मढ़ रहे हैं। विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सितंबर में नामांकन के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी पर सहमति न बन पाने के कारण नामांकन का कार्य रुका है। वहीं दूसरी तरफ विषम परीक्षा को लेकर सारी तैयारियां पूरी होने के बाद भी नामांकन के लिए सॉफ्टवेयर कंपनी की सहमति न बन पाने का मामला पल्ले नहीं पड़ता।

पीसीपी स्टेट्स और 24 क्रेडिट वाले छात्रों को हुआ फायदा : 30 अक्टूबर से तीन नवंबर तक चली विशेष कैरीओवर परीक्षा पीसीपी स्टेट्स वाले लगभग 500 और 24 क्रेडिट वाले 239 छात्रों को इससे फायदा होगा। परीक्षाफल की स्थिति साफ न होने के कारण वह इस सत्र की कक्षाएं नहीं कर पाए थे। उन्हें दिसंबर में इसके लिए 15 दिन का समय मिल जाएगा, बाकि 30 दिन की कक्षाएं मई और जून में ले पाएंगे। इनकी परीक्षाएं भी नियमित सत्र के छात्रों के साथ नहीं होंगी। इन छात्रों की तृतीय वर्ष की परीक्षाएं भी इस मई-जून में होंगी। उधर कम उपस्थिति वाले छात्रों को भी विषम सेमेस्टर परीक्षाएं पीछे खिसकने से उपस्थिति पूरी करने का मौका मिलेगा।

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