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अव्यवस्थाओं का शिकार गंगाघाट रेलवे स्टेशन

By Edited By: Updated: Sun, 27 Jul 2014 07:22 PM (IST)
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शुक्लागंज, संवादसूत्र : गंगाघाट रेलवे स्टेशन कहें या फिर कानपुर पुल बायां किनारा दिनोंदिन दुर्दशा का शिकार होता चला जा रहा है। यहां आने वाले यात्रियों को एक भी सुविधा नहीं मिल पाती है। केवल आलाधिकारियों के निरीक्षण की सूचना मिलते ही यहां साफ-सफाई से लेकर चूना छिड़काव आदि की व्यवस्था करा दी जाती है इसके बाद यहां की दशा जस की तस बनी रहती है।

बता दें कि कानपुर पुल बायां किनारा रेलवे स्टेशन दो स्टेशनों कानपुर सेंट्रल व उन्नाव के बीच मुख्य माना जाता है। इसके बाद भी महीनों से यहां पर जगह-जगह प्लेटफार्म की दीवार टूटी व इंटरलाकिंग धंसी पड़ी हुई है। स्टेशन अधीक्षक कार्यालय के बाहर से लेकर पूरे प्लेटफार्म व ट्रैक पर गंदगी फैली रहती है। स्टेशन पर पीपल के पेड़ के पास लगे पोलों की लाइटें सालों से खराब पड़ी है जिससे रात होते ही अंधेरा छा जाता है। यात्रियों को पानी पीने के लिए तीन हैंडपंप लगाए गए थे। जिनमें से दो दम तोड़ चुके हैं। यात्रियों को वेंडरों से ऊंचे दामों पर पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। स्टेशन जाने वाली रोड पर रिक्शा कंपनियों, ढाबा व ठेलिया दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है। प्लेटफार्म के ऊपर यात्रियों की सुविधा को देखते हुए टीन शेड लगवाया गया था जो कई जगहों से टूट गया है। जिसके कारण बारिश में प्लेटफार्म पर पानी टपका करता है। जिससे यात्रियों को घोर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बैठने के लिए बैंच तक नहीं है जिससे यात्रियों को जमीन पर ही बैठना पड़ता है। वहीं स्टेशन में डीआरएम के निरीक्षण की सूचना मिलते ही विभागीय कर्मचारी लीपापोती करने में लग जाते हैं। बाहर से एक प्राइवेट कर्मी को बुलाकर परिसर की साफ-सफाई के साथ चूना छिड़काव कराकर अवैध दुकानों को हटा देते हैं।

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