गंगा रेल पुल से दूर किया जाएगा अंधेरा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : दिन ढलने के बाद गंगा रेलवे पुल पर छाया रहने वाला अंधेरा अब दूर
जागरण संवाददाता, उन्नाव : दिन ढलने के बाद गंगा रेलवे पुल पर छाया रहने वाला अंधेरा अब दूर होगा। ट्रेनों को स्ट्रीट लाइटों की रोशनी में पुल पार कराया जाएगा। व्यवस्था पर लखनऊ रेल मंडल ने कागजी कार्य शुरू कर दिया है। इसके अलावा आउटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यही नहीं, शुक्लागंज रेलवे क्रा¨सग के कॉर्नर पर स्ट्रीट लाइटें होंगीं।
गौरतलब है कि 18 अक्टूबर को बदमाशों ने मऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस को गंगा रेलवे पुल पर निशाना बनाया था। यात्रियों को लूटकर वह फरार हो गए थे। इस घटना ने रेलवे के सुरक्षा दावों को झूठा साबित कर दिया। त्योहार के मद्देनजर जो भी इंतजाम थे, वह भी फेल हो गए थे। लूट की वारदात को संज्ञान में लेते हुए रेलवे बोर्ड ने भी सख्त रुख अपनाया है। सूत्रों का कहना है कि लखनऊ रेल मंडल से गंगा रेलवे पुल के संदिग्ध स्टॉप को चिह्नित करने को कहा है। रिपोर्ट में गंगा रेलवे पुल पर रहने वाले अंधेरे और चेक पोस्ट की कमी को शामिल किया गया है। सुरक्षा अधिकारियों से मिले संकेत के अनुसार दो महीने में पुल को सुरक्षित किए जाने का कार्य शुरू हो जाएगा। करीब 814 मीटर इस पुल पर तय मानकों के तहत स्ट्रीट लाइटों को स्थान दिया जाएगा।
सीसीटीवी कैमरों की नजर में ट्रेन
ट्रेन में लूट की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर रेलवे कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है। पुल से अंधेरा दूर करने के बाद आउटर क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जो शुक्लागंज रेलवे केबिन के पास बनने वाली चेक पोस्ट से कनेक्ट होंगे। यहां से ट्रेनों के अलावा असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जाएगी।
सुरक्षा के मद्देनजर गंगा रेलवे पुल पर स्ट्रीट लाइटों को लगाए जाने का कार्य होगा। इसके लिए सीनियर डीई से पत्र लिखकर सहमति ली जाएगी। ट्रेन लूट की वारदात को गंभीरता से लेते हुए यह फैसले हुए हैं।
सत्य प्रकाश, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ