कैंसर रोगियों के लिए बीएचयू में 'अमृत'
वाराणसी : कैंसर की महंगी दवाओं के नाम पर चलने वाली दुकानदारी बंद होने वाली है। केंद्र सरकार बीएचयू म
By Edited By: Updated: Sun, 21 Aug 2016 01:54 AM (IST)
वाराणसी : कैंसर की महंगी दवाओं के नाम पर चलने वाली दुकानदारी बंद होने वाली है। केंद्र सरकार बीएचयू में 'अमृत' (अफोर्डेबल मेडिसीन एंड रिलैबल इम्प्लांट फार ट्रीटमेंट) योजना की शुरूआत करने जा रही है। इसके तहत यहां मरीजों को कैंसर की दवाएं सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगी। इतना ही नहीं एचएलएल लाइफ केयर कंपनी दवा के साथ ही इंजेक्शन व आपरेशन में उपयोग में आने वाले उपकरणों की खरीद पर 10 से 95 प्रतिशत तक छूट भी उपलब्ध कराएगी। इसको लेकर नेशनल हेल्थ मिशन के अधिकारियों ने करीब 200 दवाओं की सूची सौंपी है। कंपनी के अधिकारी शीघ्र ही यहां का दौरा करने वाले हैं।
कंपनी ने बीएचयू प्रशासन से दवा शॉप खोलने के लिए जगह की मांग की है, जिसकी मांग पूरी करने के लिए अधिकारी तैयार है। मालूम हो कि कुलपति प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी एवं एसएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. ओपी उपाध्याय मरीज हित तमाम में तमाम कदम उठा रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही अमृत योजना बीएचयू अस्पताल में शुरू हो जाए। कंपनी का दावा है कि 25 हजार से अधिक एमआरपी वाली टेमोजोला माइड महज 1040 रुपये में, 3303 एमआरपी की डॉक्सी रूबीसिन मात्र 202 रुपये में, जेप्टीनिब 13440 की जगह 888 रुपये में, इमाटिनिम मेसीलेट 2810 की जगह 292 रुपये में मरीजों को मिलेगी। इसके 57500 एमआरपी वाली टास्टूजमैब यानी हरसेप्टिन 42525 में यहां पर उपलब्ध होगी। बताया जा रहा है कि मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए यह दवा बाजार में करीब 75 हजार रुपये तक में बेची जाती है। अमृत योजना शुरू हो जाने के बाद अंकित मूल्य व कंपनी के रेट के बीच के इस भारी अंतर का लाभ मरीजों को मिलेगा। ----------------- यह सही है कि अमृत योजना के लिए राष्ट्रीय हेल्थ मिशन से प्रस्ताव आया है। इसको लागू करने पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत एचएलएल कंपनी मरीजों को कैंसर जैसी घातक बीमारी की दवा में 10 से 95 प्रतिशत तक छूट मुहैया कराएगी। निश्चित रूप से इससे मरीजों को राहत मिलेगी। सरकार की यह पहल सराहनीय है।
-डा. ओपी उपाध्याय, चिकित्सा अधीक्षक, एसएस अस्पताल, बीएचयू
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