दृश्य कला संकाय ने सर्वोच्च रैंकिंग में लगाई हैट्रिक
वाराणसी : बीएचयू के दृश्य कला संकाय को लगातार तीसरी बार राष्ट्र के समस्त ललित कला संस्थानों में शीर्
By JagranEdited By: Updated: Sun, 14 May 2017 01:18 AM (IST)
वाराणसी : बीएचयू के दृश्य कला संकाय को लगातार तीसरी बार राष्ट्र के समस्त ललित कला संस्थानों में शीर्ष रैंक पर रहने का गौरव प्राप्त हुआ है। सर्वे में उसे वर्ष 2015, 2016 और 2017 में टॉप स्थान मिला है। इससे संकाय के शिक्षक व विद्यार्थी गौरव का एहसास कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि संकाय अपनी गुणवत्ता और शैक्षणिक गतिविधियों को स्तरीय बनाने में सदैव प्रयासरत है।
चढ़ रहे सफलता की सीढ़ी संकाय प्रमुख प्रो. हीरालाल प्रजापति का कहना है कि यह संकाय की आज देश के सर्वोच्च कला संस्थानों के रूप में गिनती की जाती है। 1980 तक 30 विद्यार्थियों का प्रवेश होता था, जबकि आज यह संख्या 100 हो गई है। मास्टर्स डिग्री में भी 100 और शोध में भी 150 से ऊपर विद्यार्थी हो सकते है। प्रोफेशनल कोर्सेस होने के नाते समाज की अपेक्षाएं हैं और इसका आकर्षण भी बढ़ा है। यहां व्यावहारिक कला, चित्रकला, मूर्तिकला, टेक्सटाईल्स एवं पॉटरी सिरेमिक जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के स्नातक, परास्नातक, डाक्टोरल एवं पोस्ट- डाक्टोरल की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अपनी विशिष्टताओं के चलते ही भारत व सार्क-देशों सहित दूरस्थ अमेरिका-यूरोप के छात्र भी आकृष्ट होते आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय है पहचान
इसकी चुनौतियां भी कम नहीं हैं। महानगरो की भाति यहां के छात्रों को अपनी अभिव्यक्तियों के प्रदर्शन के अनुरूप न तो वीथिकाएं थीं और न ही उपयुक्त बाजार अथवा माहौल। बावजूद इसके यहां कई शिक्षकों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी पहचान बनाई है।
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