वाराणसी में हजारों हाथों ने थामा 7500 मीटर लंबा तिरंगा, बना विश्व रिकार्ड
वाराणसी ने आज एक और बड़ा कारनामा किया। 7500 मीटर यानी साढे सात किलोमीटर लंबे तिरंगे को थामने हजारों हाथ एक साथ कुछ इस तरह जुड़े कि विश्व रिकार्ड ही बना डाला।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Sun, 04 Sep 2016 05:03 PM (IST)
वाराणसी (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी ने आज एक और बड़ा कारनामा किया। यहां पर राष्ट्रीय एकता की मिसाल बने हजारों हाथ ने 7500 मीटर लंबा तिरंगा थामा, जिससे कि विश्व रिकार्ड बन गया।
आज का दिन न केवल काशी वरन विश्व पटल पर पूरे देश के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ।
नृत्यांगना सोनी चौरसिया ने वाराणसी में गढ़ा नया विश्व कीर्तिमान
विश्व का सबसे लंबा तिरंगा लहराने थामने के अभियान की मशाल दैनिक जागरण ने थामी तो आम जनता से लेकर विभिन्न संस्थाओं, संगठनों, शैक्षणिक इकाइयों, युवाओं, महिलाओं, बच्चों ने भी काशी को इस अनुपम पल का साक्षी बनाने में कोई कोताही नहीं की। यह अभिनव कार्यक्रम 'तिरंगा तुझे प्रणाम सुबह से आज दोपहर दिन तक सोशल मीडिया में छाया रहा।महाराजगंज में बना विश्व का सबसे बड़ा समोसा, आधिकारिक तौल बाकी
दैनिक जागरण के साथ ही 'प्राइड ऑफ नेशंस' के संयुक्त अभियान में 'तिरंगा तुझे प्रणाम' का आगाज आज सुबह सुबह सात बजे वाराणसी में मड़ौली तिराहे से कई धर्मों के गुरुओं की अगुवाई में शुरू हुआ।देखें तस्वीरें : वाराणसी में बना सबसे लंबा तिरंगा का विश्व रिकार्डदेखते ही देखते मानो समूचा शहर ही काशी के इस आयोजन का हिस्सा बनने सडक पर उमड़ पड़ा। इस दौरान 7500 मीटर यानी साढे सात किलोमीटर लंबे तिरंगे को थामने हजारों हाथ एक साथ कुछ इस तरह जुड़े कि विश्व रिकार्ड ही बना डाला।मुलायम-अखिलेश ने पौधा रोप कर बनाया ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’तिरंगे का एक सिरा मड़ौली तिराहे पर रहा तो दूसरा सिरा मोहनसराय में टडिय़ां के पास रहा। हर हर महादेव के नारों संग भारत माता की जयजयकार, वंदेमातरम और इंकलाब जिंदाबाद के नारों से आकाश भी पूरा राष्ट्रभक्ति में गुंजायमान हो गया।विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम इसके दौरान देश के लिए शहीद हुए जवानों के परिवारों व स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाली विभूतियों को सम्मानित भी किया जाएगा।अंसार नाई ने 25. 20 घंटे मुंह से कैंची चलाकर पकड़ी विश्व रिकार्ड की राह
भव्य पुष्पवर्षा के बीच देशभक्ति के गीतों व सांस्कृतिक झांकियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम व नृत्य- नाटक, गीत-संगीत आदि की प्रस्तुतियों ने माहौल को देशभक्ति के भावों से सराबोर कर दिया। इसमें शिक्षण संस्थाओं के ही करीब दस हजार से ज्यादा विद्यार्थी देशभक्ति से संबंधित विभिन्न स्लोगन के बैनर, पोस्टर के साथ अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे थे। गिनीज बुक में मां भारती को समर्पित वर्ल्ड रिकार्ड का प्रयास झांकियों में राष्ट्र निर्माताओं की वेषभूषा धारण किए छात्रों ने जब इंकलाब का नारा बुलंद किया तो लगा आजादी का दौर सडकों पर नुमाया हो उठा हो। सडकों पर कदमताल करते एनसीसी कैडेटों संग डमरू बजाते दलों ने काशी को वो भव्यता दी जिससे विश्व रिकार्ड बनाने का अवसर और भी विशेष हो गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।भव्य पुष्पवर्षा के बीच देशभक्ति के गीतों व सांस्कृतिक झांकियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम व नृत्य- नाटक, गीत-संगीत आदि की प्रस्तुतियों ने माहौल को देशभक्ति के भावों से सराबोर कर दिया। इसमें शिक्षण संस्थाओं के ही करीब दस हजार से ज्यादा विद्यार्थी देशभक्ति से संबंधित विभिन्न स्लोगन के बैनर, पोस्टर के साथ अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे थे। गिनीज बुक में मां भारती को समर्पित वर्ल्ड रिकार्ड का प्रयास झांकियों में राष्ट्र निर्माताओं की वेषभूषा धारण किए छात्रों ने जब इंकलाब का नारा बुलंद किया तो लगा आजादी का दौर सडकों पर नुमाया हो उठा हो। सडकों पर कदमताल करते एनसीसी कैडेटों संग डमरू बजाते दलों ने काशी को वो भव्यता दी जिससे विश्व रिकार्ड बनाने का अवसर और भी विशेष हो गया।