वाराणसी जा रही जलपरी की राह में लोगों ने जगह-जगह बिछाईं पलकें
कानपुर से वाराणसी सफर पर निकली जलपरी श्रद्धा शुक्ला का इलाहाबाद में जोरदार स्वागत किया गया। घाटों पर घंटों बैठकर लोगों ने जलपरी का इंतजार किया।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Fri, 02 Sep 2016 09:16 PM (IST)
इलाहाबाद (जेएनएन)। कानपुर से वाराणसी तक के सफर पर निकली जलपरी श्रद्धा शुक्ला का इलाहाबाद के सिरसा और हंडिया में जोरदार स्वागत किया गया। घाटों पर घंटों बैठकर लोगों ने जलपरी का इंतजार किया।
स्वास्थ्य बिगडऩे के बावजूद गंगा की लहरें चीरती रही जलपरी श्रद्धा
मीरजापुर जाते समय कोटवा से सुबह धाराओं के सफर पर निकली श्रद्धा शुक्ला शुक्रवार को दोपहर सिरसा गंगा घाट पर पहुंची। इस मौके पर बाजार के लोगों ने श्रद्धा शुक्ला का काफी गर्मजोशी से स्वागत किया। लोगों ने उस पर पुष्प वर्षा की। उनके साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों में होड़ मची रही। लगभग एक घंटे विश्राम के बाद जलपरी आगे के लिए रवाना हो गई। इसके बाद जलपरी पौराणिक स्थल लाक्षागृह गंगा घाट पर पहुंची। यहां पर भी उनका जोरदार स्वागत किया गया। यहां से जलपरी वाराणसी के लिए रवाना हो गई। 12 वर्ष की जलपरी श्रद्धा शुक्ला कानपुर से वाराणसी तक गंगा अभियान के दौरान एक दिन में महज दो-तीन किलोमीटर ही तैरती है। बाकी यात्रा नाव से करती है। प्रेस क्लब में मिस टनकपुर हाजिर हों फिल्म से चर्चित निर्देशक विनोद कापड़ी ने ये आरोप लगाए। उन्होंने इसके समर्थन में अपनी डाक्यूमेंट्री के वीडियो और साथ चल रहे गोताखोरों के इंटरव्यू भी दिखाए।
जलचरों से जख्म लेकर रायबरेली से आगे बढ़ी नन्ही जलपरी
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