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बाजार में मांगते थे भीख, घरों में तांत्रिक का ढ़ोंग, पकड़े गए तो हुआ बुरा हाल

यहां ग्रामीणों ने पांच ऐसे ठगों को दबोचा है, जो बाजार में खुद को मूक बधिर बताकर भीख मांगते थे और ग्रामीण इलाकों में तांत्रिक बनकर महिलाओं को चूना लगाते थे।

By BhanuEdited By: Updated: Sat, 18 Jun 2016 02:05 PM (IST)

रानीखेत, अल्मोड़ा, [जेएनएन]: यहां ग्रामीणों ने पांच ऐसे ठगों को दबोचा है, जो बाजार में खुद को मूक बधिर बताकर भीख मांगते थे और ग्रामीण इलाकों में तांत्रिक बनकर महिलाओं को चूना लगाते थे। जब ग्रामीणों के सामने इनका राज खुला तो ये दुम दबाकर भागने लगे थे, लेकिन पकड़े गए और फिर इनका जो हाल हुआ खुद ही पढ़ लीजिए।

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नगर से सटे गनियाद्योली गांव में पिछले चार दिनों से ये ठग डेरा डाले हुए थे। ये पांचों खानाबदोश बाजार क्षेत्र में खुद को मूक बधिर बताकर रुपये व राशन मांग कर रात गुजारा करते थे। जबकि ग्रामीण इलाकों में तांत्रिक का ढोंग रच ठगी करते थे।
ये पांचों ठग बहराइच(उप्र) के सदर कोतवाली अंतर्गत बेलभरिया गांव के रहने वाले हैं। इनका नाम सुंदर लाल, साहब लाल, ओमकार, दूधी राम और फारमी बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, गनियाद्योली गांव पहुंचे सुंदर लाल व उसके साथियों ने गांव की ही एक महिला को झांसे लिया और घरेलू परेशानी दूर करने का तंत्र करने के लिए उससे 1400 रुपये ऐंठ लिए।

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पहले गिराया फिर बरसाये लात-घूंसे
तंत्र के नाम पर 1400 रुपये की ठगी का जब महिला को अहसास हुआ तो वह हल्ला मचाते हुए गनियाद्योली बाजार की ओर दौड़ पड़ी। उसने ग्रामीणों को पूरे मामला बताया। घटना के बाद गांववाले भड़क उठे। वे ठगों को दबोचने के लिए उनके स्थान तक पहुंचे।
खुद को मुश्किलों में पाकर पांचों ठग वहां से भागने की फिराक में ही थे कि ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया। उन्होंने ठगों को जमीन पर गिराकर लात-घूंसे मारने शुरू कर दिये। कुछ ही देर में ठगों का बुरा हाल हो गया। कुछ ही देर में सूचना पाकर मौके पर पहुंचकर पुलिस ने ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

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