दोस्त ही निकला दुश्मन, अपहरण कर किया किडनी का सौदा; कैसे बचा चंगुल से जानिए
अल्मोड़ा में पैसों के लिए एक दोस्त ने दोस्त की जिंदगी का सौदा कर डाला। वह दोस्त को साथ ले गया, लेकिन जब दोस्त को एहसास हुआ तो वह बहाना बनाकर भाग निकला।
अल्मोड़ा, [जेएनएन]: पैसों के लिए एक दोस्त ने दोस्त की जिंदगी का सौदा कर डाला। बहला-फुसलाकर वह दोस्त को साथ ले गया, लेकिन जब दोस्त को एहसास हुआ तो वह बहाना बनाकर जंगल की ओर भाग निकला। खुद को फंसा देख आरोपी भी कार को जंगल में छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस की तत्परता से पीड़ित और आरोपी की कार को बरामद कर लिया गया है, लेकिन आरोपी अब भी फरार है।
दुगालखोला निवासी राजेंद्र कुमार गोस्वामी व राम सिंह उर्फ रामू जिगरी दोस्त है। गुरुवार की शाम राम ने राजेंद्र के साथ घूमने का प्लान बनाया और राम अपनी कार से रवाना हो गया। रात करीब दो बजे राजेंद्र ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि राम उसकी किडनी बेचना चाहता है। शक होने पर राजेंद्र ने मासी के जंगल में कार रुकवाई और कहा कि उसे लघु शंका के लिए जाना है।
मौका मिलते ही राजेंद्र जंगल की ओर भाग गया और वहीं छिप गया। इस पर राजेंद्र की बहन ने पुलिस को सूचना दी। रात करीब दो बजे पुलिस ने राम के घर दबिश दे दी। जहां राम की पत्नी ने बताया कि वह द्वाराहाट जाने की बात कहकर निकले थे। इस पर रात ही पुलिस की टीम द्वाराहाट के लिए रवाना हो गई। मासी पहुंचते ही वहां पुलिस ने राम की अल्टो कार बरामद कर ली, लेकिन वह लाक थी।
जिसका लाक खोल कर पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया। मौके से ही राजेंद्र को भी सुरक्षित बरामद कर लिया गया, लेकिन राम का कहीं पता नहीं चला। हां, अपने बयान में राजेंद्र ने यह जरूर कहा कि राम उससे पूछ रहा था कि क्या तुम्हारी किडनी ठीक है और इतना सुनते ही वह घबरा गया और मौका मिलते ही जंगल की ओर भाग गया। पुलिस आरोपी राम की तलाश कर रही है।पढ़ें: फोन से की दोस्ती, बनाए शारीरिक संबंध, शादी के नाम पर कांस्टेबल करने लगा ऐसा
आरोपी चालक की की जा रही है तलाश
एसएसपी केएन नगन्याल ने बताया कि घटना की जानकारी होते ही पुलिस ने तत्परता से काम किया और आरोपी की कार व पीड़ित को सुरक्षित बरामद कर लिया। पीड़ित को डर था कि कार चालक उसकी किडनी बेचना चाहता है। अभी मुकदमा दर्ज नहीं है, लेकिन तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। आरोपी चालक की तलाश की जा रही है।