चंपावत जिले में टैक्सी चालकों की हड़ताल का व्यापक असर, लोगों को झेलनी पड़ी फजीहत
रोडवेज से अनुबंधित मैक्स कैब चलाने के विरोध में टैक्सी यूनियनों के महाबंद का व्यापक असर देखने को मिला। चंपावत, लोहाघाट व टनकपुर में टैक्सियों का संचालन पूरी तरह ठप रहा।
चंपावत, [जेएनएन]: रोडवेज से अनुबंधित मैक्स कैब चलाने के विरोध में टैक्सी यूनियनों के महाबंद का व्यापक असर देखने को मिला। चंपावत, लोहाघाट व टनकपुर में टैक्सियों का संचालन पूरी तरह ठप रहा। इसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मौके पर चंपावत में टैक्सी यूनियन से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर प्रदर्शन किया।
परिवहन निगम टनकपुर डिपो के माध्यम से टनकपुर- पिथौरागढ़ रूट पर करीब एक पखवाड़े से अनुबंधित मैक्स कैब (बोलेरो जीप) संचालित कर रहा है। इस रूट पर फिलहाल पांच कैब चल रही हैं। जल्द ही दो दर्जन से अधिक कैब और अनुबंधित किए जाने की योजना है। इन्हें पहाड़ के अन्य रूटों पर चलाया जाएगा।
पढ़ें:-युवकों ने अस्पताल में मचाया उत्पात, नाराज डॉक्टर हड़ताल पर गए
मैक्स कैब चलने से निजी टैक्सी व संचालक खासे खफा हैं। उनका कहना है कि मैक्स कैब चलने से उनकी रोजी रोटी पर संकट आ जाएगा। टनकपुर, चंपावत, लोहाघाट व पिथौरागढ़ टैक्सी यूनियनों ने आज मैक्स कैब संचालन के विरोध में महाबंद की घोषणा की थी।
जीपों व टैक्सियों का संचालन न होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रोडवेज बसों में खासी भीड़ दिखाई दी। लोगों को आने जाने के लिए ट्रकों व कैंटरों का सहारा भी लेना पड़ा।
सपा जिलाध्यक्ष एवं टैक्सी यूनियन संचालक ललित भट्ट व अध्यक्ष गोपाल सिंह भंडारी के नेतृत्व में एकत्र हुए टैक्सी संचालकों ने विरोध में मुख्यमंत्री व रोडवेज के आरएम का पुतला दहन किया।
पढ़ें:-हल्द्वानी में मरीजों को ओपीडी के लिए करना पड़ा इंतजार
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि बेरोजगार युवा ऋण लेकर टैक्सी व जीपें खरीद कर चला रहे हैं। सरकार मैक्स चला कर उन्हें बेरोजगार करने पर तुली हुई है। चेतावनी दी कि यदि मैक्स कैब का संचालन बंद नहीं हुआ तो टैक्सी, मिनी बस चालक संचालक एवं टैक्सी यूनियनें विस चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ कार्य करेंगी।
साथ ही चेतावनी दी कि यदि 15 दिन के भीतर मैक्स कैब का संचालन बंद नहीं हुआ तो टैक्सियों का संचालन अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा।
पुतला दहन करने वालों में सुनील सिंह, गोविंद राम, रमेश सिंह, गोपाल सिंह, गिरीश सिंह, इंद्र सिंह, मनोज गरसाड़ा, सतीश, राकेश टम्टा, प्रकाश चंद्र, शिवराज, चरनदास, सुरेश चंद्र आदि शामिल थे।
पढ़ें:-डीएवी कॉलेज में चले लात-घूंसे, छात्र संघ अध्यक्ष पर पड़े थप्पड़